Saturday, April 20, 2024
Advertisement

अमेरिका की इस ‘क्रूर नीति’ के खिलाफ खड़ी हुईं राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पत्नी मेलानिया

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस स्थिति के लिए बार-बार डेमोक्रेट्स को जिम्मेदार ठहराया है। इस नीति की बड़े स्तर पर निंदा की जा रही है...

IndiaTV Hindi Desk Edited by: IndiaTV Hindi Desk
Published on: June 18, 2018 17:42 IST
United States: Melania Trump 'hates' to see families separated at border | AP- India TV Hindi
United States: Melania Trump 'hates' to see families separated at border | AP

वॉशिंगटन: अमेरिका  की प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप ने मेक्सिको सीमा से अवैध रूप से देश में प्रवेश करने वाले माता-पिता को उनके बच्चों से अलग करने वाली सरकार की नीति के खिलाफ आवाज उठाई है। मेलानिया की प्रवक्ता स्टेफनी ग्रिशम ने रविवार रात जारी बयान में कहा, ‘मेलानिया ट्रंप ने कहा कि वह बच्चों को अपने परिवारों से अलग होते देखना पसंद नहीं करती और उन्हें उम्मीद है कि सदन में दोनों पक्ष एकजुट होकर आव्रजन कानून में सुधार करें।’

उन्होंने कहा, ‘मेलानिया मानती हैं कि हमें ऐसा देश बनने की जरूरत है जो सभी कानूनों का पालन करे लेकिन साथ में एक ऐसा देश भी बनना होगा, जो दिल से काम करे।’ आपको बता दें कि अवैध रूप से सीमा पार करने की कोशिश करने के दौरान पकड़े जाने वाले हर वयस्क को संघीय आपराधिक मामलों का सामना करना पड़ता है और इस नीति के तहत उन्हें बच्चों से अलग कर दिया जाता है। चूंकि सरकार आपराधिक न्याय प्रणाली के तहत माता-पिता पर मुकदमा चलाती है इसलिए बच्चों को उनसे अलग रखा जाता है।

डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी के अनुसार, 19 अप्रैल से 31 मई 2018 के बीच लगभग 2,000 बच्चों को उनके माता-पिता व अभिभावकों से दूर किया गया। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस स्थिति के लिए बार-बार डेमोक्रेट्स को जिम्मेदार ठहराया है। इस नीति की बड़े स्तर पर निंदा की जा रही है। इससे पहले पूर्व प्रथम महिला लॉरा बुश ने भी इसे अनैतिक बताया था। वहीं, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख ने सोमवार को अमेरिका से कहा कि वह अपनी सीमा पर प्रवासी बच्चों को उनके माता-पिता से अलग करके बहुत गलत काम कर रहा है।

Latest World News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। US News in Hindi के लिए क्लिक करें विदेश सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement