काठमांडू: नेपाल में संविधान संशोधन विधेयक के विरोध में आज लगातार दूसरे दिन भी सरकार-विरोधी प्रदर्शन हुए। इस विधेयक का लक्ष्य आंदोलनरत मधेशियों और अन्य जातीय समूहों की मांगों को पूरा करने के लिए प्रांतीय सीमाओं में परिवर्तन करना है। नेपाल की राष्ट्रीय समाचार एजेंसी आरएसएस के मुताबिक संसद में पेश किये गये संविधान संशोधन विधेयक के तहत राज्य की सीमाओं में परिवर्तन के विरोध में अर्घाखांची जिले में जिला स्तरीय अनिश्चितकालीन हड़ताल का आह्वान किया गया है।
संबंधित जिलों के लोगों ने विधेयक को अव्यवहारिक बताया है क्योंकि इसमें पर्वतीय क्षेत्र को प्रोविंस नंबर पांच से अलग करके तराई के अंतर्गत रखने का प्रस्ताव है। प्यूथान-रोल्पा संघर्ष समिति के समन्वयक मुक्ति प्रसाद शर्मा ने बताया कि प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार विधेयक वापस नहीं ले लेती है।
संविधान संशोधन विधेयक के प्रावधान के तहत अर्घाखांची, पाल्पा, गुल्मी, रोल्पा और प्यूथान को प्रोविंस नंबर पांच से अलग कर प्रोविंस नंबर चार के अंतर्गत रखा जाना है। बुटवाल और प्यूथान में प्रदर्शन शुरू हुआ, जिससे यातायात पूरी तरह बाधित हो गया और दुकान एवं शिक्षण प्रतिष्ठान बंद रहे। इसी बीच इस मुद्दे को लेकर गुल्मी जिले में अनिश्चितकालीन हड़ताल का आह्वान किया गया है जबकि पाल्पा में भी विरोध प्रदर्शन जारी है।