कराची: भारी हथियारों से लैस आतंकियों ने कराची इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर जून 2014 के पास एयरपोर्ट सुरक्षा बल के ट्रेनिंग कैंप पर हमला बोल दिया। पाकिस्तानी सेना के मुताबिक मुठभेड़ के दौरान सभी आतंकी भागने में सफल रहे।
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इस हमले के दौरान गोलीबारी में मारे गए 10 विदेशी आतंकियों में दो के पाकिस्तानी होने के संदेह के बाद शवों को डीएनए नमूना जुटाने के लिए कब्रिस्तान में कब्र खोदकर निकाला गया।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने उनकी शिनाख्त साबित करने के लिए एक न्यायिक मजिस्ट्रेट और पुलिस की निगरानी में मोवच्छ गोठ में ईदी फाउंडेशन के कब्रिस्तान से आतंकियों का शव खोदकर निकाला।
डॉन ने अधिकारियों के हवाले से कहा है कि जांच करने वालों को तहकीकात के दौरान संदेह हुआ हुआ कि सभी आतंकी विदेशी नहीं बल्कि दो कराची के थे। इसके बाद डीएनए नमूने संग्रहित करने का फैसला किया गया।
कड़ी सुरक्षा के बीच डॉक्टरों और न्यायिक मजिस्ट्रेट की एक टीम के साथ पुलिस कब्रिस्तान पहुंची और कब्र में अवशेषों से डीएनए नमूने लेने के लिए पांच घंटे का वक्त लगा।
कराची एयरपोर्ट के हज टर्मिनल पर 2014 के हमले में 20 से ज्यादा लोग मारे गए थे और 18 अन्य घायल हो गए थे।