ग्वादर पर बलूचिस्तानियों के हमले के बाद चीन की पाक में सीपीईसी योजना और खतरे में पड़ गई है। हालांकि ग्वादर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कैप्टन (सेवानिवृत्त) जोहेब मोहसिन ने कहा कि हालात अब काबू में हैं। मगर चीन को अपना प्रोजेक्ट खतरे में दिख रहा है। इसलिए वह पाकिस्तान के साथ आतंक के खिलाफ खड़ा होने की बात कह रहा है।
कंगाली और पाकिस्तान अब एक सिक्के के दो पहलू हो गए हैं। खस्ताहाली से पाकिस्तान में आमजनों को भोजन नसीब होना मुश्किल हो गया है। महंगाई ने जनता की कमर तोड़ दी है। पाकिस्तान सरकार इस स्थिति का सामना करने के लिए अभी तक सिर्फ कर्ज का सहारा लेती थी। मगर अब पीएम समेत उनका कैबिनेट बिना वेतन काम करेगा।
पाकिस्तान में 8 फरवरी को हुए चुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की ओर से लगाए गए धांधली के आरोपों को अमेरिका ने भी सही माना है। वाशिंगटन की ओर से जारी एक रिपोर्ट में पाकिस्तान चुनाव में अनियमितताओं की बात उजागर की गई है। इससे पाकिस्तान में हलचल मचनी तय है।
CAA लागू होने के बाद सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी पीएम शाहबाज शरीफ का एक ट्वीट जमकर वायरल हो रहा है। इसमें दावा किया गया है कि पाकिस्तानी पीएम ने भारतीय मुस्लिमों को अपने यहां नागरिकता देने का ऐलान किया है।
कंगाल पाकिस्तान में सत्ता संभालते ही शहबाज शरीफ भारत विरोधी कदम उठाने से बाज नहीं आ रहे हैं। जिस सीपीईसी प्रोजेक्ट का भारत विरोध करता है, शहबाज उसी प्रोजेक्ट के दूसरे चरण में काम करना चाहते हैं। सीपीईसी प्रोजेक्ट चीन और पाकिस्तान का संयुक्त प्रोजेक्ट है।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के आह्वान पर आज फिर पूरे देश में पीटीआइ कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इमरान खान ने राष्ट्रपति चुनाव को भी असंवैधानिक करार दिया है। उन्होंने पाकिस्तान की मौजूदा सरकार पर जनादेश की चोरी का आरोप लगाया। इमरान ने कहा कि शहबाज और आसिफ जैसे भ्रष्टों को देश स्वीकार नहीं करेगा।
नवाज शरीफ की बेटी मरयम नवाज अब पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की मुख्यमंत्री बन गई हैं। उन्होंने बताया है कि इस पद तक पहुंचने के लिए उन्हें क्या-क्या करना पड़ा। मरयम ने कहा कि अपने पिता की बनाई पार्टी से होने के बावजूद उन्होंने यहां तक पहुंचने के लिए 10-12 वर्षों तक कड़ा संघर्ष किया।
पाकिस्तान का लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद शहबाज शरीफ ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया है। शहबाज शरीफ ने एक पोस्ट में लिखा है कि नरेंद्र मोदी मेरे पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने पर बधाई देने के लिए आपका धन्यवाद। दोनों देशों के पीएम के बीच सोशलमीडिया पर यह शिष्टाचार बातचीत है।
पाकिस्तान में चुनावी घमासान के बाद शहबाज शरीफ ने पीएम पद की शपथ ली। हालांकि इमरान खान की पार्टी ने इसे जनादेश की चोरी बताया और 10 मार्च को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है।
पीएम मोदी ने पाकिस्तान के नव निर्वाचित प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को बधाई दी है। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट की है।
चुनाव और उसके बाद लंबे समय तक गठबंधन की जोड़तोड़ और पीएम पद के लिए आ रहे विभिन्न नामों और बाद में शहबाज शरीफ के पीएम प्रत्याशी चुने जाने के बाद आखिरकार शहबाज ने एक बार फिर पीएम पद की शपथ ली। राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति ने उन्हें शपथ दिलाई।
पीटीआई ने चुनावों में बड़े पैमाने पर धांधली के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध को रोकने के लिए "क्रूरतापूर्ण" पुलिस कार्रवाई की निंदा की है। पीटीआई मध्य पंजाब के महासचिव हम्माद अज़हर ने कहा, "विवादास्पद और फर्जी मुख्यमंत्री मरयम नवाज़ ने शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के खिलाफ राज्य की मशीनरी का उपयोग करके फासीवाद किया है।
पाकिस्तान में खंडित जनादेश आने के बाद रविवार को गठबंधन सरकार बनने का रास्ता साफ हो गया। शहबाज शरीफ को पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने दूसरी बार पाकिस्तान का प्रधानमंत्री चुना है। अब सोमवार को राष्ट्रपति भवन में वह शपथ लेंगे। उन्हें 336 सदस्यीय सदन में 201 मत मिले हैं।
नवाज शरीफ के छोटे भाई शहबाज शरीफ प्रधानमंत्री पद के लिए सबसेप्रबल दावेदार हैं। हालांकि पीएम पद की शपथ कब ली जाएगी, नया प्रधानमंत्री कब सत्ता में आएगा, इसे लेकर अभी तक सस्पेंस बना हुआ था। लेकिन अब नए पीएम की शपथ के लिए तारीख तय हो गई है।
पाकिस्तान में हाल ही में संपन्न चुनाव के बाद अब निर्वाचित सदस्यों के लिए पहली बार संसद का सत्र आयोजित किया जा रहा है। जानिए यह सत्र किस तारीख को आयोजित होगा।
मरियम नवाज पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीएमएल—एन पार्टी के अध्यक्ष नवाज शरीफ की बेटी और शहबाज शरीफ की भतीजी हैं। जानिए गामा पहलवान और मरियम नवाज का क्या रिश्ता है?
पीएमएल-एन के नेता शहबाज शरीफ पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री होंगे। देश की दो मुख्य पार्टियां पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) के बीच समझौता हो गया है।
पूरा चुनावी कैंपेन नवाज ने पीएम पद के प्रत्याशी के बतौर किया। लेकिन अचानक ये खबर आई कि नवाज शरीफ नहीं, अब उनके छोटे भाई शहबाज शरीफ पीएम बनेंगे। जानिए ऐसा क्यों हुआ?
पाकिस्तान में चुनावी नतीजों के साथ ही जोड़तोड़ की राजनीति शुरू हो गई है। अब स्थिति ऐसी हो गई है कि कोई भी पार्टी अपने बूते पर सरकार नहीं बना सकती है। न तो इमरान की पार्टी न बिलावल और न ही नवाज की पार्टी। ऐसे में सरकार बनाने के लिए किसे बुलावा आता है। इस पर पेंच फंस गया है।
पाकिस्तान अपनी आजादी के बाद से ही पूर्ण लोकतांत्रिक सरकार के लिए तरस रहा है। सत्ता पर कुंडली मारकर बैठी पाक आर्मी ने किसी पीएम को 5 साल का कार्यकाल पूरा नहीं करने दिया। जानिए नवाज शरीफ से लेकर बेनजीर भुट्टो और इमरान खान तक कौन कितने दिन तक सत्ता में रह पाया?
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