इंटरबैंक फॉरेन करेंसी एक्सचेंज मार्केट में रुपया 85.02 पर खुला और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले दिन के कारोबार के उच्चस्तर 84.78 और निचले स्तर 85.18 के बीच घूमता रहा।
भारतीय रिजर्व बैंक जल्द ही 20 रुपये के नए नोट जारी करेगा। बैंक ने इसकी जानकारी दी है और साथ ही कहा है कि लोगों को चिंता करने की जरूरत नहीं, पुराने नोट भी वैसे ही मान्य होंगे जैसे चल रहे हैं।
दुनिया की छह प्रतिस्पर्धी मुद्राओं की तुलना में डॉलर की मजबूती को मापने वाला डॉलर सूचकांक 0.26 प्रतिशत की गिरावट के साथ 100.38 पर आ गया।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया लगातार मजबूत हो रहा है। यह भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर है।
रुपये में मजबूती से भारत को आयात करना सस्ता होगा। इससे महंगाई कम करने में मदद मिलेगी। विदेश जाना और पढ़ाई करने का खर्च कम होगा। निवेशकों का भरोसा भारतीय अर्थव्यव्स्था पर बढ़ेगा।
एक्सपर्ट का मानना है कि किसी भी तेजी से व्यापारियों के लिए बिकवाली के अवसर पैदा हो सकते हैं, जबकि बाजार की स्थितियों में अनुकूल बदलाव से रुपया 85.50 की तरफ बढ़ सकता है।
India TV Fact Check: सोशल मीडिया पर ये दावा वायरल हो रहा है कि भारत सरकार 200 रुपये के नोट पर छत्रपति शिवाजी महाराज की तस्वीर छापेगी। हालांकि, फैक्ट चेक में सच्चाई कुछ और ही सामने आई है।
तमिलनाडु सरकार ने अपने पेश किए बजट में रुपये के चिह्न को बदल दिया। इसके बाद से स्टालिन सरकार की जमकर किरकरी हुई। वहीं, अब सीएम एमके स्टालिन ने इस मामले पर बड़ा बयान दिया है।
तमिलनाडु सरकार की ओर से रुपये के सिंबल पर जारी विवाद पर '₹' को डिजाइन करने वाले शख्स उदय कुमार धर्मलिंगम का बयान सामने आया है। आइए जानते हैं कि उन्होंने क्या कहा है।
तमिलनाडु सरकार द्वारा बजट के लोगो में रुपये की सिंबल बदलने के विवाद के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 'रुपये-₹' की पूरी कहानी बताई है। उन्होंने CM स्टालिन को बड़ी चेतावनी भी दे दी है।
तमिलनाडु सरकार ने राज्य में पेश होने जा रहे बजट के लोगो में रुपये का सिंबल बदल कर तमिल भाषा में कर दिया है। सीएम MK स्टालिन ने इसका एक Video भी जारी किया है।
20 रुपये के नोट बेचकर आप लाखों रुपए कमा सकते हैं। इस बात का यकीन करना भले ही आपके लिए मुश्किल हो लेकिन इस खबर को पढ़ने के बाद आप अपने घर में पड़े सारे 20 के नोटों को खंगाल डालेंगे।
दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को मापने वाला डॉलर सूचकांक 0.79 प्रतिशत घटकर 104.91 पर कारोबार कर रहा था।
USD to INR exchange rate : पिछले पांच दिन तक सीमित दायरे में रहने के बाद भारतीय रुपये में मजबूती आई है। विदेशी बैंकों की डॉलर बिकवाली से रुपये में यह तेजी आई है।
रुपया टूटने का असर भारतीय अर्थव्यवस्था, आम जनता और बिजनेस जगत पर होगा। रुपये में कमजोरी आने से विदेशों से आयत करना महंगा होगा। इसके चलते जरूरी वस्तुओं की कीमत बढ़ सकती है। यानी महंगाई का बोझ आप पर बढ़ेगा।
उन्होंने कहा कि आरबीआई ने अगले वित्त वर्ष के लिए आर्थिक वृद्धि और मुद्रास्फीति अनुमानों पर काम करते समय मौजूदा रुपया-डॉलर दर को ध्यान में रखा है।
रुपये में इस साल अभी तक करीब 2 प्रतिशत की गिरावट आई है। 6 नवंबर, 2024 को अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद से डॉलर के मुकाबले रुपये में 3.2 प्रतिशत की गिरावट आई है जबकि इस दौरान डॉलर इंडेक्स में 2.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
जानकार का कहना है कि हम मौद्रिक नीति का इंतजार कर रहे हैं, जिसमें बाजार अनुमान लगा रहा है कि आरबीआई 25 आधार अंकों की कटौती करेगा, लेकिन कमजोर रुपये के साथ आरबीआई को मुद्रास्फीति अनुमानों पर सतर्क रहने और अपने दृष्टिकोण में आक्रामक होने की जरूरत है।
आरबीआई की तरफ से रेपो रेट में कटौती की चिंताओं और विदेशी बाजार में अमेरिकी करेंसी की व्यापक मजबूती ने भी निवेशकों के सेंटीमेंट को प्रभावित किया है।
डोनाल्ड ट्रंप के कनाडा और मेक्सिको पर 25 प्रतिशत और चीन पर 10 प्रतिशत शुल्क लगाने से व्यापक व्यापार युद्ध की आशंका तेज हो गई है। इसका असर भारतीय मुद्रा पर देखा गया।
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