चालू वित्त वर्ष के पहले 11 महीनों में एलआईसी की नये कारोबार से प्रीमियम आय 3.01 प्रतिशत घटकर 1,56,068.64 करोड़ रुपये रही। हालांकि, निजी क्षेत्र की जीवन बीमा कंपनियों की नये कारोबार से प्रीमियम आय 8 प्रतिशत बढ़ी है।
जीवन बीमा परिषद के महासचिव एस एन भट्टाचार्य ने कहा कि कोविड-19 महामारी के वैश्विक और स्थानीय स्तर पर बढ़ते प्रकोप से प्रत्येक घर में जीवन बीमा की जरूरत को बल मिला है।
देश की 23 बीमा कंपनियों के पास बीमाधारकों का 15,167 करोड़ रुपए बिना दावे का पड़ा है। इस पैसे का कोई लेनदार नहीं है।
शेयरों में दीर्घकालिक निवेश से होने वाले लाभ पर टैक्स (एलटीसीजी) फिर शुरू किए जाने से जीवन बीमा उत्पादों विशेषकर यूलिप जैसी योजनाएं काफी आकर्षक हो गई हैं।
देश में परिचालन कर रही 24 जीवन बीमा कंपनियों में से सिर्फ 19 ने ही 2015-16 में मुनाफा कमाया। इससे क्षेत्र का कुल मुनाफा 2.57 प्रतिशत घट गया।
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