अपना मार्केट बचाए रखने के लिए रूस, सऊदी अरब और अमेरिका उत्पादन बढ़ाते हैं तो इससे कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट आएगी और भारत में इससे पेट्रोल और डीजल के भाव कम हो सकते हैं
IEA ने कहा कि यदि ओपेक देशों ने कच्चे तेल का उत्पादन कम नहीं किया तो अगले साल के मध्य तक विश्व बाजार में कच्चे तेल की अत्यधिक उपलब्धता की स्थिति बनी रहेगी।
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