ईरान ने इजरायल पर 300 से अधिक घातक ड्रोन और विध्वंसक मिसाइलों से हमला किया, लेकिन इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आइडीएफ) के एरो डिफेंस तकनीकि ने उनमें से 99 फीसद को हवा में ही ढेर कर दिया। इससे ईरान के साथ दुनिया के बाकी देश भी हैरान हैं।
बाइडेन ने इजरायल पर ईरानी हमले की निंदा करने के साथ ही अपने नेताओं के साथ आपातकालीन बैठक की और इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात की। उन्होंने इजरायल का समर्थन करने की बात दोहराई। साथ ही आगे की स्थिति पर नजर रखने और हालात को काबू में रखने के लिए जी-7 देशों की बैठक बुलाई है।
यूक्रेन ने रूस पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया है। रूस में राष्ट्रपति चुनाव के बाद व्लादिमिर पुतिन के हाथ में दोबारा सत्ता आते ही रूसी सेना ने यूक्रेन पर हमला तेज कर दिया था, मगर अब जेलेंस्की की सेना ने रूस पर कर दिया सबसे बड़ा पलटवार। हालांकि रूस को इससे कितना नुकसान हुआ है, इस बारे में अभी कोई सटीक जानकारी नहीं है।
म्यांमा में लोकतंत्र समर्थक समूहों ने राजधानी में कई जगहों को ड्रोन हमले से निशाना बनाया है। समूहों ने सेना के कई बेस पर भी हमले किए हैं। वर्ष 2021 से ही सेना ने जबरन तख्तापलट कर लोकतंत्र समर्थक नेता आंग सां सू-की को जेल में डाल दिया था। तभी से सेना शासन कर रही है।
रूस और यूक्रेन में जंग दो साल से जारी है। इसी बीच रूसी रक्षा मंत्रालय ने बड़ा दावा किया है। रूस ने कहा है कि उसने यूक्रेनी हमले को नाकाम कर दिया है। साथ ही 234 यूक्रेनी लड़ाकों को मार गिराया है।
हूती विद्रोही लगातार हमलावर हैं। वे कारोबारी जहाजों को निशाना बना रहे हैं, साथ ही अमेरिकी विध्वंसक जहाजों पर भी हमले करने से बाज नहीं आ रहे हैं। ताजा मामले में हूतियों ने अमेरिकी जंगी जहाजों पर ड्रोन अटैक किया है।
रूस और यूक्रेन में दो साल से जंग चल रही है। इसी बीच यूक्रेन ने बड़ा दावा किया है। यूक्रेन ने कहा है कि हमने जंग में अहमियत रखने वाले रूसी जहाज को काला सागर में डुबो दिया है।
हूतियों ने लाल सागर में फिर हवाई हमला किया है। इससे एक जहाज समुद्र में डूब गया है।
रूसी सेना ने यूक्रेन के ओडेसा शहर पर भीषण ड्रोन हमला किया है। यह हमला एक बहुमंजली इमारत को निशाना बनाकर किया गया है। यूक्रेन के दावे के अनुसार इस हमले में 3 वर्ष के एक बच्चे समेत 3 लोगों की मौत हुई है। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की का आरोप है कि रूसी सेना नागरिकों से युद्ध कर रही है।
यूक्रेन की सेना ने काला सागर में रूस के एक युद्धपोत को ड्रोन हमले में समुद्र में डुबोने का दावा किया है। यूक्रेन ने दावे में कहा कि उसने रूसी पोत पर हमला करके उसे समुद्र में डुबो दिया है। वहीं रूसी जांच कर्ताओं ने दावा किया था कि यूक्रेन ने अमेरिका निर्मित 2 पैट्रियट मिसाइलों द्वारा पोत को मार गिराया था।
अमेरिका सेना ने इराक में मिलिशिया आतंकियों के 3 अहम ठिकानों पर बड़ा हवाई हमला किया है। ईरान समर्थित इन आतंकियों के ग्रुप को अमेरिका ने मिसाइल और ड्रोन हमलों से निशाना बनाया है। इन आतंकियों ने एक हमले में अमेरिकी सैनिकों को घायल कर दिया था।
यूक्रेन का रूस पर बड़ा हमला हुआ है। यूक्रेनी ड्रोन अटैक से रूस का तेल डिपो धू धू कर जल उठा है। जंग के बीच यूक्रेन भी रूस पर लगातार हमलावर हो रहा है।
बताया जा रहा है कि अदन की खाड़ी में मार्शल द्वीप के ध्वज वाले एक वाणिज्यिक जहाज पर बुधवार रात ड्रोन हमला हुआ, जिसके तुरंत बाद भारतीय नौसेना ने जवाबी कार्रवाई की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जहाज पर नौ भारतीयों सहित चालक दल के 22 सदस्य सवार थे।
जिस ईरान ने पाकिस्तान पर एयर स्ट्राइक की है, कभी वह पाक का पक्का दोस्त था। दोनों देशों में भाई-भाई जैसा रिश्ता था। मगर वक्त का पहिया ऐसा घूमा कि धीरे-धीरे विभिन्न वजहों अब दोनों देश एक दूसरे के कट्टर दुश्मन हो गए। वहीं ईरान की करीबी इस बीच भारत के साथ बढ़ने लगी।
पाकिस्तान को ईरान ने बड़ा झटका देते हुए उस वक्त आतंकवादी समूह जैश-अल-अदल के ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला कर दिया, जब पीएम अनवर उल हक काकर ईरानी विदेश मंत्री होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन के साथ दाओस में राजनयिक वार्ता कर रहे थे। पाकिस्तान ने इस हमले में 2 बच्चों के मारे जाने की पुष्टि की है।
भारत के बाद ईरान ने भी पाकिस्तान के आतंकवादी समूह जैश-अल-अदल के ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया है। इससे पाकिस्तान बौखला गया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इसे हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करार देते हुए गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है। इससे पहले भारत पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक कर चुका है।
लाल सागर में विभिन्न देशों की जहाजों पर हमले कर रहे यमन के हूती विद्रोहियों की शामत आ गई है। ब्रिटेन और अमेरिकी सेना के हमलों से हूतिये थर्रा उठे हैं। अमेरिका और ब्रिटेन की अगुवाई में कई देशों ने मिलकर लाल सागर में समुद्री सुरक्षा को सुनिश्चित बनाए रखने के लिए ‘ऑपरेशन प्रॉस्पेरिटी गार्जियन’ शुरू किया है।
लाल सागर में यमन के हूतियों ने एक बार फिर कई जहाजों पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए हैं। हालांकि इनमें किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है। हूतियों ने यह हमले अमेरिका और फ्रांस की चेतावनी के बावजूद किया है। हूतिये गाजा पर इजरायली हमले के खिलाफ लगातार लाल सागर में जहाजों को निशाना बना रहे हैं।
लाल सागर में हूतियों के आतंक से व्यापार पर विपरीत असर पड़ा है। इससे माल ढुलाई 60 फीसदी और बीमा प्रीमिय में 20 प्रतिशत तक बढ़ोत्तरी की आशंका जाहिर की गई है। इसकी वजह यह है कि हूतियों के हमले से बचने के लिए वाणिज्यिक जहाज अब वैकल्पिक रास्तों का उपयोग कर रहे हैं। ऐसे में उन्हें काफी दूर घूमकर जाना पड़ रहा है।
इजरायल-हमास युद्ध के दौरान गाजा में हो रही आइडीएफ की सैन्य कार्रवाई से खफा हूतियों ने लाल सागर में ताबड़तोड़ हवाई हमले करना जारी रखा है। 19 दिसंबर से अब तक 15 दिनों में हूतियों ने 23 हमलों को अंजाम दिया है। ऐसे में अमेरिका समेत 12 देशों ने हूतियों को हमले बंद नहीं करने पर सैन्य कार्रवाई की चेतावनी दी है।
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