इस समय सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में जो नजारा देखने को मिला, उसे देखकर आप भी दंग हो जाएंगे। वीडियो में डिजीटल पेमेंट का अलग ही इस्तेमाल होता नजर आ रहा है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अस्पतालों और शैक्षणिक संस्थानों के लिए UPI लेनदेन की सीमा भी 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दी है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने म्यूचुअल फंड की सदस्यता, बीमा प्रीमियम के भुगतान और क्रेडिट कार्ड बिल भुगतान के लिए प्रति लेनदेन की सीमा को बढ़ा दिया है।
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) इस बदलाव को मूर्त रूप देने के लिए सोसायटी फॉर वर्ल्डवाइड इंटरबैंक फाइनेंशियल टेलीकम्यूनिकेशन यानी SWIFT के साथ सक्रिय रूप से चर्चा में लगे हुए हैं।
अक्टूबर 2016 में, BHIM-UPI पर ट्रांजैक्शन की संख्या सिर्फ 1.031 लाख थी, जिसका मूल्य महज 48 करोड़ रुपये था। आज साल 2023 की पहली छमाही में यूपीआई से ट्रांजैक्शन (UPI transaction) की संख्या बढ़कर 51.91 अरब हो गई है।
नए प्रोडक्ट्स में से एक है Hello! UPI, जो यूजर्स को हिंदी और अंग्रेजी में ऐप्स, टेलीकॉम कॉल और IoT डिवाइस के जरिये वॉयस-एनेबल्ड UPI पेमेंट करने में सक्षम करेगा।
डिजिटल पेमेंट के लिए आज फोन पे, गूगल पे, यूपीआई, पेटीएम जैसे कई प्लेटफॉर्म मौजूद है। आप अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी एक प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर सकते हैं। गूगल पे अपने यूजर्स को ऑनलाइन पेमेंट के लिए कई तरह के सिक्योरिटी फीचर्स देता है।
Digital Payment: भारत में डीपीआई ने सरकारी व्यवस्था में पारदर्शिता बढ़ाने के साथ महिलाओं के लिए निर्धारित राशि का बेहतर इस्तेमाल सुनिश्चित किया है।
सस्ता इंटरनेट उपलब्ध होने के बाद से भारत में जमकर डिजिटल पेमेंट का इस्तेमाल किया जा रहा है। ऑनलाइन पेमेंट को लेकर हाल में ताजा आंकड़ें जारी किए हैं जिसके मुताबिक अब भारत डिजिटल पेमेंट में नंबर वन देश बन गया है।
फोनपे के माध्यम से आप कुछ ही मिनट में आसानी से अपना लोन चुका सकते हैं। आपको ईएमआई भरने के लिए या फिर लोन की किश्त जमा करने के लिए बैंक में लंबी लंबी लाइन भी नहीं लगाना पड़ेगा। आइए आपको बताते हैं कि आप कैसे फोनपे के जरिए ईएमआई का भुगतान कर सकते हैं.
Paytm ने साल 2022 पर आधारित अपनी ईयर-एंड रिपोर्ट पेश की है, जिसमें देश के कई हिस्सों में डिजिटल ट्रांजैक्शन कई गुना बढ़ने का खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक, डिजिटल ट्रांजैक्शन के मामले में दिल्ली-एनसीआर 'डिजिटल पेमेंट कैपिटल ऑफ इंडिया' बनकर उभरा है। वहीं, भारत के नॉर्थ-ईस्ट हिस्से में सबसे ज्यादा ट्रांजैकशन का रिकॉर
Online Payment: भारत यूपीआई के जरिए ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करने के मामले में दुनिया के टॉप देशों में गिना जाता है। इस बार तो वर्ल्ड बैंक ने भी भारत का लोहा मान लिया है।
UPI: वित्त मंत्रालय ने रविवार को कहा कि ‘यूनाइटेड पेमेंट इंटरफेस’ (UPI) लोगों के लिए एक उपयोगी डिजिटल सेवा है और इस पर शुल्क लगाने का सरकार कोई विचार नहीं कर रही है।
UPI Transaction आज के समय में शहरी क्षेत्रों में लगभग लोग कर रहे हैं। ग्रामीण इलाकों में भी इसकी संख्या में बढ़ोतरी होनी शुरु हो गई है। भारत सबसे अधिक डिजिटल पेमेंट (Digital Payment) करने वाले देश की लिस्ट में शामिल हो गया है।
RBI to organize its first global hackathon with the theme 'smarter digital payments'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को इलेक्ट्रॉनिक वाउचर आधारित डिजिटल भुगतान प्रणाली ई-आरयूपीआई लॉन्च की। ई-आरयूपीआई डिजिटल भुगतान के लिए एक कैशलेस और संपर्क रहित साधन है। यह एक क्यूआर कोड या एसएमएस स्ट्रिंग के माध्यम से लाभार्थियों के मोबाइल फोन पर पहुंचा दिया जाता है।
आज देश को ई-रुपी (e-RUPI) के रूप में एक नया डिजिटल पेमेंट सॉल्यूशन मिल गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को ई-रुपि को लॉन्च करते हुए कहा कि आज देश डिजिटल गवर्नेंस को एक नया आयाम दे रहा है।
ई-रुपी डिजिटल भुगतान के लिए एक कैशलेस और संपर्क रहित माध्यम है। यह एक क्यूआर कोड या एसएमएस स्ट्रिंग-आधारित ई-वाउचर है, जिसे लाभार्थियों के मोबाइल पर पहुंचाया जाता है।
क्रेडिट को निर्धारित समय अवधि के भीतर सम्पन्न किया जाना चाहिए और ऐसा न कर पाने की स्थिति में लाभार्थी को क्षतिपूर्ति राशि दी जाएगी।
देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने बड़ा फैसला लिया है। इस फैसले से लाखों लोगों को फायदा होने की उम्मीद है। दरअसल एसबीआई ने व्यापारियों को कम लागत वाली डिजिटल भुगतान संरचना प्रदान करने के लिए YONO Merchant App लॉन्च करने का फैसला लिया है।
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