नई दिल्ली/लाहौर: अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ (FIH) द्वारा जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप से पाकिस्तान को बाहर किए जाने पर पाकिस्तान ने भारत को इसका जिम्मेदार ठहराया है। FIH के मुताबिक, पाकिस्तान हॉकी महासंघ (PHF) ने अंतिम तारीख तक अपने खिलाड़ियों के आने-जाने का कार्यक्रम नहीं बताया था। लखनऊ के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में 8 दिसंबर से शुरू होने वाले जूनियर वर्ल्ड कप में FIH ने मलेशिया को पाकिस्तान के विकल्प के तौर पर शामिल किया है।
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FIH ने बयान में कहा है, ‘FIH को इस बात का अफसोस है कि पाकिस्तान की जूनियर पुरुष टीम इस साल उत्तर प्रदेश में होने वाले जूनियर वर्ल्ड कप में क्वालिफाई करने के बाद भी हिस्सा नहीं ले पाएगी।’ बयान के मुताबिक, ‘FIH ने यह फैसला पाकिस्तान हॉकी महासंघ (PHF) से बात करके और उनके टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के सभी इंतजामात की पुष्टि करने के बाद ही लिया है।’
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बयान में कहा गया है, ‘तय सीमा के बाद वीजा के लिए अर्जी दी गई और समय सीमा के बाद भी ठहरने की व्यवस्था की पुष्टि नहीं की गई। इसके लिए उन्हें कई बार याद भी दिलाया गया। FIH के अपने साझेदारों के साथ कुछ करार संबंधी सीमाएं हैं, जिसके तहत उसे आने वाले जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप में सभी मैच कराने हैं। कुछ ही दिनों में टूर्नामेंट शुरू हो जाएगा और आज (मंगलवार) FIH के पास सभी 16 टीमों की पुष्टि करने की अंतिम तिथि है।’
PHF ने हालांकि इसके बाद FIH की आलोचना की है और उसके इस कदम को सोची समझी साजिश बताया है। PHF के सचिव शहबाज अहमद ने इसके लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया है। पाकिस्तान के अखबार 'द डॉन' ने मंगलवार को शहबाज के हवाले से लिखा है, ‘पाकिस्तान ने किसी भी कार्यक्रम में देरी नहीं की। पाकिस्तानी खिलाड़ियों को अंतिम तिथि से पहले वीजा न देना भारत की गलती है।’
उन्होंने कहा, ‘हमारी सरकार ने समय पर खिलाड़ियों को टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) जारी कर दिया था। यह दुख की बात है कि पाकिस्तान जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप में हिस्सा नहीं ले पाएगा। हमने हमारे खिलाड़ियों के लिए प्रशिक्षण शिविर भी लगाया था तो हम कार्यक्रम में कैसे देरी कर सकते हैं।’