भारत से पाकिस्तान गए एक सिख तीर्थयात्री की मौत हो गई है। सिख तीर्थयात्री की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है। करीब 2,400 भारतीय सिख तीर्थयात्री पाकिस्तान बैसाखी उत्सव में भाग लेने के लिए गए थे।
सोशल मीडिया पर भाईचारे और इंसानियत की मिशाल पेश करता एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसे देखने के बाद हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो जाएगा।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है जिसमें एक युवक फर्जी सिख बनकर सड़क पर सिगरेट पी रहा था तभी कुछ असली सिख लोग आते हैं और उसे पकड़कर मारने लगते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरु गोविंद सिंह के दो बेटों की शहादत की याद में आयोजित 'वीर बाल दिवस' कार्यक्रम में कहा कि आज का भारत 'गुलामी की मानसिकता' से बाहर निकल रहा है।
कनाडा में एक सिख को मादक पदार्थों की तस्करी के मामले में ब्रिटिश कोलंबिया अदालत ने 15 साल की सजा सुनाई। मगर अपराधी इतना अधिक शातिर था कि वह अधिकारियों को चकमा देकर भाग निकला। अब पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
संसद ने 2012 आनंद विवाह (संशोधन) विधेयक पारित किया जिससे सिख पारंपरिक विवाह को कानूनी मान्यता के दायरे में लाया गया।
देशभर में आज प्रकाश पर्व मनाया जा रहा है। यह दिन गुरु नानक साहब की जयंती पर मनाया जाता है। इस दिन को प्रकाश पर्व भी कहा जाता है।
सिखों के 9वे गुरू की कहानी बेहद दिलचस्प है। गुरू तेग बहादुर ने कैसे मुगलों से सीधी लड़ाई कैसे। भारत का हर बच्चा इस नाम से आज के समय में वाकिफ है। गुरू तेग बहादुर ने तलवार की नोक पर थे लेकिन उन्होंने कभी भी इस्लाम धर्म को स्वीकार नहीं किया।
ऑस्ट्रेलिया के तस्मानिया में एक रेस्तरां चलाने वाले जरनैल सिंह ने आरोप लगाया है कि पिछले 2-3 महीनों से उनके ऊपर लगातार नस्ली हमले हो रहे हैं और पुलिस इस मामले को खास तवज्जो नहीं दे रही है।
कनाडा में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद से भारत और अमेरिका के रिश्ते लगातार नाजुक चल रहे हैं। इस बीच कनाडा के एडमॉन्टन में एक और अपराधी को अज्ञात हमलावरों ने मौत के घाट उतार दिया है। मारा गया अपराधी हरप्रीत सिंह है, जो कनाडा में सगंठित आपराधिक गिरोह में शामिल था।
भारत के कड़े तेवर के आगे ट्रूडो की हेकड़ी दम तोड़ने लगी है। खालिस्तानियों हिमायती कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रूडो अब भारी अंतरराष्ट्रीय दबावों का सामना कर रहे हैं। भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ट्रूडो के मित्र देशों के सामने ही कनाडा की पोल खोलकर उसे शर्मिंदा होने पर मजबूर कर दिया है।
अमेरिका प्रतिनिधि सभा ने धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर नया इतिहास रचा है। पहली बार अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की कार्यवाही किसी सिख की प्रार्थना के बाद शुरू की गई है। अब से पहले ऐसा कभी नहीं हुआ था। अमेरिका ने कहा कि यह उसकी धार्मिक स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति की आजादी को छूट को दर्शाता है।
भारत कनाडा के बीच जारी तनातनी पर ब्रिटेन में रहने वाले सिखों की भी पूरी नजर है। इस मामले पर ब्रिटेन के सिख सांसदों ने भी अहम बात कही है। जानिए उन्होंने इस मामले पर ब्रिटेन के सिखों जो प्रभाव पड़ रहा है, उस पर और इस मसले पर क्या प्रतिक्रिया दी है।
अब तक करीब 2.27 लाख श्रद्धालु हेमकुंड साहिब के दर्शन कर चुके हैं। इस बीच सिखों के इस पवित्र तीर्थ स्थल के कपाट बंद होने की तारीख का भी ऐलान कर दिया गया है।
सिख धर्म के छात्रों को ऑस्ट्रेलिया के स्कूल में कृपाण के साथ जाने पर बैन लगा दिया था। सरकार ने इसके लिए कानून भी बनाया था। इसे सिखों ने निचली अदालत में चुनौती दी थी, मगर कोर्ट ने सरकार के फैसले को सही ठहराया था। अब सुप्रीम कोर्ट ने कानून को पलटते हुए ये फैसला दिया है।
कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में एक 21 साल के सिख छात्र हुआ हमला चर्चा में है। हमलावरों ने न केवल सिख छात्र की पगड़ी उतारी बल्कि उसे बाल पकड़कर घसीटा। उस पर शुक्रवार रात हमला हुआ, जब वह अपने घर लौट रहा था।
IRCTC ने सिख धर्म के पवित्र तख्तों और गुरुद्वारों की यात्रा के लिए एक खास टूर पैकेज निकाला है। 11 दिन और 10 रात का यह टूर 5 अप्रैल से शुरू होगा और इस यात्रा पर 15 अप्रैल को विराम लग जाएगा।
Mikey Hothi Mayor: होथी के माता-पिता पंजाब से हैं। उन्होंने कहा कि शहर में खासकर 9/11 आतंकवादी हमले के बाद पलना-बढ़ना एक चुनौती थी, जब कई मुसलमानों और सिखों ने अनुचित उत्पीड़न का अनुभव किया।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने सिख कैदियों (‘बंदी सिंह’) की रिहाई के लिए देशभर में हस्ताक्षर अभियान शुरू किया। आनंदपुर साहिब स्थित तख्त श्री केसगढ़ साहिब में जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह द्वारा 'अरदास' (सिख प्रार्थना) किए जाने के बाद हस्ताक्षर अभियान शुरू किया गया।
खालसा महाविद्यालय में मंगलवार को आयोजित कार्यक्रम के दौरान राज्य कांग्रेस समिति के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के अलावा भाजपा के पूर्व लोकसभा सदस्य कृष्णमुरारी मोघे भी मौजूद थे। चश्मदीदों ने बताया कि आयोजकों ने इन राजनेताओं को स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया जिससे कीर्तन के कार्यक्रम में आधे घंटे की देरी हुई।
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