महिला मंगलवार रात 8 बजे से घर से गायब थी। परिजन जब महिला की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाने जा रहे थे तो उन्होंने उसकी चप्पल बोरवेल के बाहर देखने पर पुलिस को सूचित किया।
इस लीकेज के कारण आस-पास के लोगों को सांस लेने में काफी तकलीफ होने लगी जिसके बाद पूरे इलाके को खाली करवाया गया है। लोगों को समय रहते वहां से सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।
गुजरात के द्वारका में एक बड़ा हादसा टल गया है। कल्याणपुर तहसील के रण गांव में एक ढाई साल की मासूम बच्ची बोरवेल में गिर गई थी जिसकी मौत हो गई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का सही कारण पता चलेगा।
उत्तराखंड के सिल्कयारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को निकालने का काम आज किसी भी वक्त पूरा हो सकता है। सबसे बड़ी बात ये है कि मजदूरों को निकालने के बाद क्या होगा। जानिए पूरी बात-
प्रोफेसर अर्नोल्ड डिक्स 20 नवंबर को ही सुरंग स्थल पर पहुंच गए थे और तब से वहीं रुके हुए थे। उन्होंने पिछले 17 दिनों में हमेशा सभी को पॉजीटिव रहने की सलाह दी। डिक्स दिन-रात सुरंग स्थल पर मजदूरों से संपर्क में रहे।
सिक्किम में झील के ऊपर बादल फटने के बाद तीस्ता नदी में आए फ्लैश फ्लड ने भारी तबाही मचाई है। इस हादसे में अबतक 14 लोगों की मौत हो चुकी है। सेना के 22 जवानों समेत करीब 102 लोग अभी-भी लापता हैं जिनकी तलाश की जा रही है।
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में एक सामान ढोने वाली गाड़ी शिवनाथ नदी में गिर गई जिससे उसमें सवाल 2 बच्चियों एवं एक महिला समेत 4 लोगों की मौत हो गई।
कश्मीरा सिंह नाम का एक बुजुर्ग एक फॉर्म हाउस पर काम करता है। बीते 2 दिनों से बाढ़ के पानी आने की वजह से वह फार्म हाउस के अंदर बने मकान की छत पर बैठकर अपने रेस्क्यू होने का इंतजार कर रहा था।
बाढ़ का पानी आईटीओ के कई सरकारी दफ्तरों तक में घुस गया। इस बीच अब खबर आ रही है कि आईटीओ में हर जगह पानी भरे होने के कारण बिजली के पोल में करंट आ रहा है।
वर्तमान में यमुना का जलस्तर 208.46 पर पहुंच गया है। जबकि कल शाम तक यह 208.66 पर था। बीते कल संभावना जताई गई थी कि शुक्रवार से दिल्लीवासियों को बाढ़ से राहत मिलने लगेगी।
एनडीआरएफ ने संयुक्त बचाव अभियान के तहत 28 ट्रेकरों और चरवाहों को हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले से रेस्क्यू किया है। यहां बाढ़ के जलस्तर के बढ़ जाने के कारण 11 लोग काफनू गांव से 15 किमी दूर फंस गए थे।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल बाढ़ की वजह से राज्य में एक लाख से भी ज्यादा लोग प्रभावित हैं और अबतक सात लोगों की मौत हो चुकी है।
शक्तिशाली चक्रवाती तूफान बिपरजॉय से निपटने के लिए सरकार पूरी तरह तैयार है और हर स्तर पर उसकी तैयारियां नजर भी आ रही हैं।
संभावना जताई जा रही है कि 15 जून को बिपरजॉय चक्रवाती तूफान गुजरात के तट को पार कर सकता है। इस कारण गुजरात के जूनागढ़ में स्कूलों को 16 जून तक के लिए स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है।
प्रशासन द्वारा सौराष्ट्र, कच्छ में एनडीआरएफ की सात टीमें तैनात की गई हैं। वहीं लोगों को तटीय इलाकों के पास जाने से मना किया गया है। यही नहीं समुद्र के पास रह रहे लोगों को सुरक्षा के मद्देनजर सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है।
मध्य प्रदेश के सीहोर में बोरवेल में गिरी ढाई साल की बच्ची सृष्टि को बचाने के लिए चलाया जा रहा रेस्क्यू ऑपरेशन 51 घंटों के बाद गुरुवार को समाप्त हो गया।
भारत के सबसे भीषण रेल हादसों में से एक इस दुर्घटना में कम से कम 278 लोगों की मौत हो गई थी और 900 से ज्यादा लोग घायल हो गए।
विनाशकारी भूकंप का दंश झेल रहे तुर्की से लौटते वक्त भारत के एनडीआरएफ कर्मियों का तुर्की के अदाना एयरपोट पर गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
तुर्की में भूकंप ने भीषण तबाही मचाई है और लोग अभी भी मलबे के नीचे से निकाले जा रहे हैं। भूकंप की वजह से 34 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। NDRF की लैब्राडोर प्रजाति की डॉग जूली ने बेरेन को नूरदागी में मलबे से बचाया है।
तुर्की में सोमवार 6 फरवरी को 7.8, 7.6 और 6.0 तीव्रता के लगातार तीन विनाशकारी भूकंप आए। अभी काफी लोग इमारतों के मलबों में भी फंसे हुए हैं, जिन्हें राहत और बचाव दलों के सदस्य बाहर निकालने की कोशिशों में लगे हुए हैं।
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