Bullet Train in India : मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की लागत करीब 1.08 लाख करोड़ रुपये है। इसमें से 10 हजार करोड़ केंद्र सरकार खर्च करेगी। महाराष्ट्र और गुजरात सरकार 5 हजार करोड़ रुपये खर्च कर रही है। शेष रकम की फंडिंग जापान से लोन लेकर हो रही है, जिसका ब्याज 0.1 फीसदी है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी देते हुए बताया है कि स्टेशनों के निर्माण में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है और समुद्री सुरंग पर काम शुरू हो गया है। इसी सुरंग से ट्रेन ठाणे से मुंबई पहुंचेगी।
भारत अपने देश में बुलेट ट्रेन चलाने की दिशा में गंभीर है। इसके लिए जापान से डील इसी महीने हो सकती है। इसके तहत भारत 6 बुलेट ट्रेन खरीदने जा रहा है।
रेल मंत्री ने कहा कि हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर न केवल अंतर-शहर यात्रा में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा बल्कि मुंबई, सूरत, आनंद, वडोदरा और अहमदाबाद की अर्थव्यवस्थाओं को भी एकीकृत करेगा।
रेल मंत्री ने कहा कि बुलेट ट्रेन कॉरिडोर मुंबई, ठाणे, वापी, सूरत, वडोदरा, आनंद और अहमदाबाद जैसे बड़े आर्थिक केंद्रों को साथ लाने में अहम भूमिका निभाएगा। बुलेट ट्रेनें 320 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेंगी।
बुलेट ट्रेन बिहार से भी होकर जाएगी। राज्य के चार जिलों में बुलेट ट्रेन रुकेगी। जिन जगहों पर स्टेशन बनाएंगे जाएंगे उसकी पहचान कर ली गई है। इसके लिए सर्वे का भी काम चल रहा है।
भारत में अब जल्द ही बुलेट ट्रेन की स्पीड का मजा मिलने वाला है, इसके ट्रैक का काम तेजी से चल रहा है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक वीडियो शेयर कर इसकी जानकारी दी है।
बुलेट ट्रेन परियोजना की नींव सितंबर 2017 में अहमदाबाद में रखी गई थी। ट्रेन के लगभग दो घंटे में 500 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करने की उम्मीद है।
हाइपरलूप एक हाई-स्पीड ट्रेन है, जो एक ट्यूब में चलती है। ‘हाइपरलूप’ ट्रेन चुंबकीय तकनीक से लैस पॉड (ट्रैक) पर चलती है। हाईपरलूप तकनीक में खंभों के ऊपर (एलीवेटेड) ट्रांसपेरेंट ट्यूब बिछाई जाती है। इसी के चलते इसकी स्पीड 1000 से 1300 किमी प्रति घंटे तक होती है।
गुजरात के वलसाड में मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर पर बनी भारत की पहली सुरंग है, जिसमें एक ट्रेन 350 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गुजरेगी।
मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए अबतक 59 भूखंडों का आवंटन किया जा चुका है। वहीं बुधवार 26 अप्रैल को 26 आवंटियों को मुख्य कार्यपालक अधिकारी की ओर से आवंटन पत्र व चेकलिस्ट और लीज प्लान सौंपे गये हैं।
भारत की पहली मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना (एमएएचएसआर) या बुलेट ट्रेन, जिसकी अनुमानित लागत लगभग 1 लाख 8,000 करोड़ रुपये है।
भारतीय रेलवे द्वारा ट्रेनों में सुरक्षा बढ़ाने के लिए कवच नाम की खुद की ऑटोमैटिक ट्रेन प्रोटेक्शन (ATP) सिस्टम विकसित करने को लेकर भी अश्विनी वैष्णव ने महत्वपूर्ण जानकारी दी।
भारत में अब जल्द बुलेट ट्रेन रफ्तार भरने जा रही है। जापान के सहयोग से तैयार किए जा रहे इस प्रोजेक्ट के ट्रायल के लिए डेट तय कर ली गई है।
Bullet Train: पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट बुलेट ट्रेन का सपना जल्द ही पूरा होने वाला है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुलेट ट्रेन को लेकर बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने बताया है कि देश में कब तक बुलेट ट्रेन चलेगी।
Bullet Train in India:कामयाबी की दिशा में भारत एक और मील का पत्थर गाड़ने जा रहा है। इसके तहत अब भारत अपने लिए बुलेट ट्रेन का निर्माण खुद करेगा। यानि मेड इन इंडिया बुलेट ट्रेन देश की पटिरयों पर रफ्तार भरेगी। इस दिशा में इंजीनियरों की प्लानिंग अंतिम दौर में है।
Bullet Train Under Sea: दुनिया में टेक्नॉलोजी के क्षेत्र में नये-नये आयाम गढ़ रहा भारत एक और बड़ा कमाल करने जा रहा है। अहमदाबाद से मुंबई के लिए देश की पहली बुलेट ट्रेन का सपना साकार होने में एक दो वर्षों का समय और लगेगा। मगर इस ट्रेन के रास्ते में 21 किलोमीटर तक का समुद्र बाधा बन रहा है।
NHSRCL ने मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए टनल बोरिंग मशीन (TBM) और न्यू ऑस्ट्रियन टनलिंग मेथड (NATM) का उपयोग करते हुए करीब 21 किमी लंबी सुरंग के लिए टेंडर आमंत्रित किए गए हैं। इसमें समुद्र के नीचे सात किमी लंबी सुंरग निर्माण का कार्य होगा।
प्रस्ताव के तहत Delhi-Varanasi bullet train के लिये गलियारा ग्रेटर नोएडा, आगरा, लखनऊ, प्रयागराज और वाराणसी से होकर गुजरना है।
Delhi-Varanasi Bullet Train: सूत्रों ने संकेत दिया कि बुलेट ट्रेन परियोजना की समीक्षा के लिए पिछले सप्ताह रेलवे बोर्ड के सचिव आर एन सिंह की अध्यक्षता में एक बैठक में यह फैसला लिया गया।
संपादक की पसंद