ऑटोमोबाइल डीलरों के संगठन फाडा ने गुरुवार को कहा कि वाहनों के पंजीकरण के आधार पर यात्री वाहनों की खुदरा बिक्री फरवरी में 1.17 प्रतिशत घटकर 2,26,271 इकाई रह गई।
देश से यात्री वाहनों का निर्यात चालू वित्त वर्ष के पहले नौ माह (अप्रैल-दिसंबर) के दौरान 5.89 प्रतिशत बढ़कर 5,40,384 इकाई पर पहुंच गया।
कार बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने घरेलू बाजार में दो करोड़ यात्री वाहन बेचने की उपलब्धि हासिल की है।
मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) ने अक्टूबर में उत्पादन में 20.7 प्रतिशत की कटौती की है। यह लगातार नौवां महीना है जब देश की सबसे बड़ी कार कंपनी ने अपना उत्पादन घटाया है।
चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में यात्री वाहनों का निर्यात चार प्रतिशत बढ़कर 3,65,282 इकाई पर पहुंच गया।
दक्षिण अफ्रीका में आर्थिक नरमी के कारण कुल बिक्री में गिरावट के बाद भी महिंद्रा एंड महिंद्रा की स्थानीय इकाई महिंद्रा साउथ अफ्रीका ने यात्री और पिकअप वाहनों की बिक्री में वृद्धि दर्ज की है।
देश में यात्री वाहनों का उत्पादन चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जुलाई के दौरान सालाना आधार पर 13.18 प्रतिशत कम रहा। मारुति सुजुकी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स, फोर्ड टोयोटो तथा होंडा जैसी कंपनियों ने उत्पादन में उल्लेखनीय रूप से कटौती की है।
SIAM के मुताबिक अगस्त के दौरान देश में कमर्शियल गाड़ियों की बिक्री में 29.56 प्रतिशत और थ्री व्हीलर्स की बिक्री में 22.83 प्रतिशत बढ़ी है
पैसेंजर और कमर्शियल गाड़ियां बनाने वाली देश की बड़ी कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा ने अपनी पैसेंजर गाड़ियों के दाम बढ़ाने का ऐलान किया है
TATA Motors अगस्त से अपने यात्री वाहनों के विभिन्न मॉडलों की कीमत 2.2% बढ़ा सकती है। विनिर्माण लागत में वृद्धि होना इसकी अहम वजह है। कंपनी ने अप्रैल में ही अपने वाहनों की कीमत में तीन प्रतिशत की वृद्धि की थी। लेकिन उसे इस वृद्धि के बावजूद अपनी बिक्री में कमी नहीं आने की उम्मीद है।
देश से यात्री वाहनों का निर्यात 2018-19 की पहली तिमाही में 7.37 प्रतिशत घटा। वाहन कंपनियों ने इस दौरान घरेलू बाजार पर ध्यान केंद्रित किया साथ ही प्रमुख विदेशी बाजारों में स्थानीय मुद्दों से भी निर्यात पर प्रतिकूल असर रहा। वाहन विनिर्माताओं के शीर्ष संगठन सियाम के आंकड़ों के अनुसार अप्रैल-जून की अवधि में यात्री वाहन निर्यात घटकर 1,67,161 वाहन रहा। यह 2017-18 की समान अवधि में 1,80,464 वाहन रहा था।
घरेलू बाजार में यात्री वाहनों की बिक्री जून महीने में 37.54 प्रतिशत बढ़कर 2,73,759 इकाई हो गयी। पिछले वर्ष जून में 1,99,036 यात्री वाहनों की बिक्री हुई थी। भारतीय वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम (SIAM) ने मंगलवार कहा कि जून में कारों की बिक्री 34.21 प्रतिशत बढ़कर 1,83,885 वाहन रही।
कमर्शियल और पैसेंजर गाड़ियां बनाने वाली देश की बड़ी कंपनी टाटा मोटर्स की गाड़ियों की बिक्री में जून के दौरान जोरदार बढ़ोतरी हुई है। कंपनी की तरफ से जारी किए गए बिक्री आंकड़ों के मुताबिक जून के दौरान उसकी कमर्शियल गाड़ियों की बिक्री में 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है जबकि पैसेंजर गाड़ियों की बिक्री में 63 प्रतिशत का उछाल दर्ज किया गया है
एसयूवी और कमर्शियल गाड़ियां बनाने वाली देश की बड़ी कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा के लिए जून का महीना काफी शानदार रहा है, जून के दौरान कंपनी की गाड़ियों की बिक्री में करीब 26 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। रविवार को महिंद्रा की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक उसकी पैसेंजर गाड़ियों की बिक्री में तो इजाफा हुआ ही है साथ में कमर्शियल गाड़ियों की सेल भी बढ़ी है
टाटा मोटर्स की अप्रैल में कुल 36276 कमर्शियल गाड़ियों की बिक्री हुई है जबकि पिछले साल इस दौरान सिर्फ 16017 गाड़ियों की बिक्री हुई थी। कमर्शियल सेग्मेंट में सबसे ज्यादा मीडियम और हैवी ट्रक की सेल बढ़ी है, कंपनी के मुताबिक इन गाड़ियों की बिक्री 4 गुना से ज्यादा बढ़कर 14028 दर्ज की गई है
फरवरी के दौरान Tata Motors की पैसेंजर गाड़ियों की बिक्री में 45 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई और कमर्शियल गाड़ियों की सेल में 36 प्रतिशत का इजाफा दर्ज किया गया है।
टाटा मोटर्स की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक नए साल यानि पहली जनवरी से उसकी पैसेंजर गाड़ियों के लिए पहले के मुकाबले ज्यादा कीमत चुकानी पड़ेगी
इस साल सितंबर तिमाही के दौरान टाटा मोटर्स का कुल राजस्व 70,156 करोड़ रुपए रहा है जो 2016-17 में इस दौरान 63,577 करोड़ रुपए दर्ज किया गया था।
महिंद्रा के मुताबिक अक्टूबर में उसकी पैसेंजर गाड़ियों की बिक्री 23,413 इकाइयां रही है जबकि पिछले साल अक्टूबर में कंपनी ने 24,737 गाड़ियां बेची थी।
चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड को पछाड़ कर मारुति सुजुकी इंडिया भारत की सबसे बड़ी यात्री वाहन निर्यातक कंपनी बन गई है।
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