Cryptocurrency : पाकिस्तान में कुल जनसंख्या के 6.60 फीसदी लोग क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करते हैं। रैंकिंग में यह 15वें स्थान पर है। इसके बाद 16वां स्थान भारत का है। यहां कुल जनसंख्या के 6.55 फीसदी लोग क्रिप्टो में निवेश करते हैं।
रिसर्च फर्म क्रिप्टोक्वांट ने पिछले महीने भविष्यवाणी की थी कि ईटीएफ मंजूरी के बाद बिटकॉइन 32,000 डॉलर तक गिर जाएगा। अमेरिकी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) ने पिछले हफ्ते कई स्पॉट बिटकॉइन ईटीएफ को मंजूरी दे दी और इस फैसले के साथ, दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी वैश्विक वित्तीय प्रणाली में शामिल हो गई।
गूगल ने बायनेंस सहित कई विदेशी क्रिप्टो ऐप्स को अपने प्ले स्टोर से हटा दिया है। इससे पहले शनिवार को इनके वेब प्लेटफॉर्म्स पर भारतीय यूजर्स को प्रतिबंधित किया गया था। वित्त मंत्रालय की वित्तीय खुफिया यूनिट के अनुसार इन प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग के लिए किया जा सकता है।
आपको बता दें कि अमेरिकी नियामकों द्वारा बिटकॉइन एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) को अनुमति दी गई है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए दास ने कहा कि क्रिप्टो करेंसी के प्रति बैंक और उनका अपना विरोध नहीं बदलेगा।
भारत की तरफ से बैन किए गए अन्य एक्सचेंजों में बिटगेट, हुओबी, गेट.आईओ, ओकेएक्स, क्रैकेन और एमईएक्ससी भी शामिल हैं। ऑफशोर एक्सचेंजों पर कार्रवाई का मकसद एक समान अवसर तैयार करना है।
क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों के लिए साल 2023 एक सुनहरा साल रहा है। तमाम उठा-पटक के बावजूद निवेशकों को इस साल बंपर रिटर्न मिला। अब निवेशक नए साल में और बेहतर रिटर्न की उम्मीद कर रहे हैं।
अगर आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करते हैं तो सावधान हो जाएं! क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों का घाटा लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसे में आप जितनी जल्द अपना निवेश निकाल लेगें उतने कम घाटे में रहेंगे।
हम क्रिप्टो-परिसंपत्ति गतिविधियों और बाजारों और वैश्विक मुद्रा व्यवस्था के विनियमन और निगरानी के लिए वित्तीय स्थिरता बोर्ड (एफएसबी) की उच्च-स्तरीय सिफारिशों का समर्थन करते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दूसरे देशों को केवल बाजार मानने से काम नहीं चलेगा और इससे अंत में उत्पादक देशों को भी नुकसान होगा। आगे बढ़ने का रास्ता यही है कि इस प्रगति में सभी को समान भागीदार बनाया जाए।
Cryptocurrency and Digital Currency: अगर आप शेयर बाजार से बाहर निवेश के ऑप्शन तलाश रहे हैं तो आपको इन सबके बारे में भी जानना चाहिए। एक समय क्रिप्टोकरेंसी से कई निवेशकों ने अच्छा पैसा बनाया था।
दुनिया में अधिकांश देश अभी भी क्रिप्टोकरेंसी की वैधता के मुद्दे से जूझ रहे हैं और उस पर स्पष्टता आनी बाकी है। अमेरिका में सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) ने दो एक्सचेंजों-बाइनेंस और क्वोइनबेस पर बड़ी कार्रवाई की है।
जानकारों का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी डॉगकॉइन के भाव में जबरदस्त उछाल की वजह एलन मस्क द्वारा इस क्रिप्टोकरेंसी को खुले तौर पर समर्थन करना है।
बजट 2023 पेश होने से पहले क्रिप्टोकरंसी होल्डर्स की नजरें इस पर टिकी हुई थी। पिछले बजट में इसे लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कई घोषणाएं की थी। डिजिटल क्रिप्टो पर सरकार 30% टैक्स और 1% टीडीएस लेती है। क्रिप्टो होल्डर्स इसमें राहत की मांग भी कर चुके हैं।
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि निजी क्रिप्टोकरेंसी का मूल्यांकन 190 अरब अमेरिकी डॉलर से घटकर 140 अरब डॉलर रह गया है।
एक रात, एक ट्वीट, एक व्यक्ति, एक कहानी और एक कंपनी... ये सारे एक पल में अपने वजूद को खो बैठे थे। FTX के सीईओ सैम बैंकमैन-फ्राइड जिन्हें दुनिया का दूसरा वॉरेन बफेट कहा जाता था उन्होनें अपनी 90% से अधिक संपत्ति एक झटके में गवां दी थी। पुलिस के हथकड़ी लगाने के बाद से कंपनी ने उन्हें बर्खास्त कर दिया है।
FTX की कंगाली के पीछे एक भारतीय मूल के व्यक्ति का नाम सामने आया है। निषाद सिंह को बैंकमैन-फ्राइड का करीबी कहा जा रहा है। कंपनी के मालिक ने भी एक गलत ट्वीट के चलते अपनी 94% संपत्ति गवां दी थी।
क्रिप्टोकरेंसी के जानकारों का कहना है कि मौजूदा समय में निवेशकों के पास इंतजार करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है। जब एक्सचेंज से निवेश निकालने की अनुमति होगी तभी निवेशक कुछ कर पाएंगे।
एक रात, एक ट्वीट, एक व्यक्ति, एक कहानी और एक कंपनी... ये सारे एक पल में अपने वजूद को खो बैठे। FTX के सीईओ सैम बैंकमैन-फ्राइड जिन्हें दुनिया का दूसरा वॉरेन बफेट कहा जाता था उन्होनें अपनी 90% से अधिक संपत्ति एक झटके में गवां दी।
Cryptocurrency vs Digital Currency: अगर आप डिजिटल करेंसी को भी क्रिप्टोकरेंसी समझने की भुल करते हैं तो आपको जान लेना चाहिए कि दोनों में क्या अंतर है और डिजिटल करेंसी किन मायनों में क्रिप्टोकरेंसी से अलग है।
RBI Digital Currency: हाल ही में भारत की केंद्रीय बैंक आरबीआई ने डिजिटल करेंसी की शुरुआत की है, जिसके बाद से इसकी चर्चा जोरों पर पूरे विश्व में हो रही है। ये 100 देश अब अपने यहां भी इसे लॉन्च करने की प्लानिंग कर रहे हैं।
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