मुम्बई: एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में भाजपा की जीत को कब्रिस्तान पर श्मशान की जीत बताया। हैदराबाद के सांसद ने यहां कहा, इसका उदाहरण (प्रधानमंत्री) नरेन्द्र मोदी का हजारों वर्षों की गुलामी से स्वतंत्रता का जिक्र करना है जहां वह सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा, और अब एक पार्टी अपनी विचारधारा और सोच अल्पसंख्यकों पर थोपने का प्रयास कर रही है। उत्तर प्रदेश में भाजपा की जीत कब्रिस्तान पर श्मशान की जीत है।
उत्तर प्रदेश में एक चुनावी रैली के दौरान मोदी ने कहा था कि जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं होना चाहिए। मोदी ने कहा था कि अगर कब्रिस्तान है तो श्मशान भी बनने चाहिए और रमजान में बिजली आती है तो दिवाली पर भी आनी चाहिए। ओवैसी ने कहा कि वंशवादी राजनीति के दिन अब लद गए।
वहीं भाजपा के राज्यसभा सांसद विनय सहस्त्रबुद्धि ने ओवैसी को जवाब देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में मुसलमानों ने भाजपा को वोट दिया है। उन्होंने कहा, ”हमारा लोकतंत्र आध्यात्मिक रहा है। एक विचारधारा को सबपर थोपना भारत में संभव नहीं है। भारत एक जीवंत लोकतंत्र है। इसे कोई नष्ट नहीं कर सकता।”
विख्यात समाजशास्त्री दीपांकर गुप्ता ने कहा कि ”विपक्ष को एक वैकल्पिक बातचीत की जरूरत है, बी भाजपा के उत्थान को रोकने के लिए बीजेपी-विरोधी विचारों की जरूरत नहीं। यह कांग्रेस या कांग्रेस के बिना भी हो सकता है।”