नई दिल्ली: गृह मंत्री राजनाथ सिंह पर माकपा सांसद मोहम्मद सलीम ने जिस लेख के हवाले से आरोप लगाया था कि उन्होंने 800 साल बाद देश में हिंदू शासक आने का बयान दिया था उस पर पत्रिका 'आउटलुक' ने खेद जताया है।
देश में असहिष्णुता की घटनाओं से उत्पन्न स्थिति के बारे में लोकसभा में आज बेहद असहिष्णु माहौल में चर्चा शुरू हुई थी जिसके चलते सदन की कार्यवाही को चार बार स्थगित करना पड़ा था।
आउटलुक ने कहा कि उन्होंने गृहमंत्री का बयान बिना जांच-पड़ताल के ही प्रकाशित कर दिया था। बता दे कि सदन में माकपा सांसद के बयान पर जमकर हंगामा हुआ था।
सत्तापक्ष के कई सदस्यों ने उस पत्रिका का हवाला देने वाले माकपा सदस्य और संबंधित पत्रकार के विरूद्ध विशेषाधिकार हनन की कार्रवाई करने की मांग की थी। नियम 193 के तहत दोपहर करीब 12 बजे यह विशेष चर्चा शुरू होते ही असहिष्णुता का माहौल बना जो शाम चार बजे तक चला और इस बीच सदन को चार बार स्थगित करना पड़ा।
गौरतलब है कि चर्चा को शुरू करते हुए माकपा के मोहम्मद सलीम ने एक पत्रिका के हवाले से गृह मंत्री राजनाथ सिंह पर कुछ गंभीर आरोप लगाए जिससे सिंह काफी आहत हुए और उन्होंने कहा कि अगर ऐसे आरोपों में लेशमात्र भी सत्यता है तो उन्हें अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।