नई दिल्ली: राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने गुरुवार को कहा कि सरकार के नोटबंदी के फैसले के कारण देशभर में जितने लोगों की मौत हो चुकी है उतने तो पाकिस्तानी आतंकवादियों ने भी उड़ी हमले में नहीं मारे थे। आजाद ने राज्यसभा में यह विवादास्पद बयान दिया और सत्ता पक्ष ने उनके बयान का जमकर विरोध किया और माफी मांगने के लिए कहा।
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आजाद ने कहा, ‘जितने लोग पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद से नहीं मरे, उतने लोग सरकार की गलत नीति से चले गए।’ आजाद ने नोटबंदी के बाद नकदी की समस्या से जूझ रहे लोगों की लाइन में लगे-लगे और तनाव के कारण हुई मौतों का संदर्भ देते हुए कहा, ‘जिन मजदूरों और किसानों की मौत हुई है, उनकी मौत के लिए कौन जिम्मेदार है और किसे सजा दी जाएगी।’ आजाद के बयान देते ही सत्ता पक्ष के सदस्य विरोध में उठ खड़े हुए और खूब हो-हल्ला मचाया तथा आजाद से माफी मांगने के लिए कहा।
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आजाद ने जवाब में पिछले वर्ष नवाज शरीफ की पोती की शादी में प्रधानमंत्री के अचानक चले जाने का संदर्भ देते हुए कहा, ‘हम कश्मीरी पाकिस्तान से चलने वाली गोलियों का सामना करते हैं, आप लोगों को तो चूहों ने भी नहीं काटा। आप तो ऐसे लोग हैं जो वहां पाकिस्तान में बिना न्योते के भी शादियों में जाते हैं।’