राजनीति के क्षेत्र में भी अपने बच्चों को सियासत की बारीकियां सिखाने या उन्हें एक मुक़ाम तक पहुंचाने में मदद करने में मा का कम योगदान नहीं रहा है। आधुनिक युग में यहां कहानी शुरु होती है पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी से और पहुंच जाती है मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक।
इंदिरा गांधी
इन्दिरा प्रियदर्शिनी गाँधी पहले 1966 से 1977 तक लगातार तीन बार भारत की प्रधानमन्त्री रहीं और उसके बाद 1980 से लेकर 1984 तक जब उनकी हत्या हो गई। वह भारत की पहली और अब तक एकमात्र महिला प्रधानमंत्री रहीं हैं।
इंदिरा गांधी ने सबसे पहले अपने छोटे बेटे संजय गांधी को सियासत के नुस्ख़े सिखाए और उन्हें अपने उत्तराधिकारी के रुप में मांझा ये बात अलग है कि आपातकाल के दौरान संजय को लेकर कई तरह के विवाद भी हुए। दुर्भाग्य से 1980 में एक विमान दुर्घटना में उनका निधन हो गया।
संजय की मृत्यु के बाद इंदिरा गांधी ने अपने बड़े बेटे राजीव को राजनीति में उतारा। 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद उनके पुत्र राजीव गांधी भारी बहुमत के साथ प्रधानमंत्री बने थे। उसके बाद 1989 आम चुनावों में कांग्रेस की हार हुई और पार्टी दो साल तक विपक्ष में रही। 1990 के आम चुनाव में प्रचार के दौरान तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में एक भयंकर बम विस्फोट में राजीव गांधी की मौत हो गई।