पटना: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अध्यक्ष अमित शाह के बिहार दौरे को लेकर बिहार का सियासी पारा चढ़ गया है। शाह के दौरे को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं में जहां जबरदस्त उत्साह है मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमित शाह का पटना शेड्यूल काफी व्यस्त रहने वाला है। हालांकि, इस दौरान वो सुबह का नाश्ता और रात का भोजन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ ही करेंगे।वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और अमित शाह की मुलाकात को लेकर विपक्ष निशाना भी साध रही है।
राजद के वरिष्ठ नेता और और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने नीतीश और अमित शाह के डिनर पर हो रही मुलाकात पर तंज कसते हुए ट्वीट कर लिखा, "कल (गुरुवार को) नीतीश कुमार भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को विस्तृत बिंदुवार स्पष्टीकरण देंगे कि उन्होंने जून 2010 में नरेंद्र मोदी का भोज अंतिम क्षणों में क्यों रद्द किया था और अब मजबूरन किन परिस्थितियों में आपको भोज दिया जा रहा है? शायद कहेंगे कि तब मैं मजबूत था अब मजबूर हूं।"
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी ने एक अन्य ट्वीट में शाह के बिहार दौरे के बाद 'साइड इफेक्ट' की आशंका जताते हुए लिखा, "18 वर्षो के अजीज साथी गिरिराज सिंह और नीतीश कुमार अंदरखाने मिलकर ऊपर से बनावटी विरोध प्रकट करते है।" उन्होंने आगे लिखा, "राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत के बाद अब दोनों के साथ वर्षो से अर्जित अति विशेष नालेज शेयरिंग एवं ट्रेनिंग देने अमित शाह बिहार आ रहे है। कुछ दिनों बाद बिहार में साइड इफेक्ट्स दिखेंगे।"
गौरतलब है कि शाह गुरुवार को बिहार दौरे पर आ रहे हैं। शाह के आगमन को लेकर राजधानी भगवामय हो गया है। शहर की सभी सड़कें बैनर, पोस्टरों से पटा हुआ है। शाह शुक्रवार की सुबह दिल्ली लौटेंगे।