पुणे: पुलिस कांस्टेबल दंपति दिनेश और तारकेश्वरी राठौड़ को सेवा से निलंबित कर दिया गया है जब उनके दावे को गुमराह करने वाला और फर्जी पाया गया। राठौड़ दंपति ने कथित तौर पर मई में माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने के बारे में फर्जी दावा किया था।
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पुलिस उपायुक्त (मुख्यालय) अरविंद चावड़िया ने आज कहा, हमें दंपति के पर्वतारोहण के दावे के बारे में नेपाल सरकार से कोई आधिकारिक पत्र अब तक नहीं मिला है। हालांकि, पुलिस द्वारा गठित तथ्यान्वेषी समिति द्वारा की गई जांच के आधार पर यह पाया गया कि दावे गुमराह करने वाले और फर्जी हैं और इस बात की पुष्टि की गई कि उन्होंने आरोहण के बारे में फर्जीवाड़ा किया था।
पुलिस के अनुसार उनके निलंबन का एक अन्य कारण यह भी है कि विवाद पैदा होने के बाद से दंपति ने कार्यालय में रिपोर्ट नहीं किया और उनका पता नहीं लग पाया। अधिकारी ने बताया कि नेपाल में गत पांच जून को संवाददाता सम्मेलन में पर्वतारोहण के बारे में गुमराह करने वाली सूचना को साझा करने के अलावा वे विवाद के पैदा होने के बाद से ड्यूटी से गायब रहे।
शहर के शिवाजीनगर पुलिस मुख्यालय में पदस्थापित दिनेश और तारकेश्वरी ने पांच जून को दावा किया था कि वे 23 मई को एवरेस्ट पर चढ़ने वाले पहले भारतीय दंपति बन गए हैं।