Friday, March 29, 2024
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मोदी रैली: पंडाल गिरने की घटना की जांच के लिए केंद्रीय दल मिदनापुर पहुंचा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा के दौरान कल पंडाल गिरने की घटना की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय केंद्रीय दल मिदनापुर पहुंच गया है। इस घटना में 90 लोग घायल हो गए।

India TV News Desk Edited by: India TV News Desk
Published on: July 18, 2018 7:16 IST
 Midnapore rally- India TV Hindi
 Midnapore rally

मिदनापुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा के दौरान कल पंडाल गिरने की घटना की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय केंद्रीय दल मिदनापुर पहुंच गया है। इस घटना में 90 लोग घायल हो गए। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गृह विभाग की संयुक्त सचिव अनिता भटनागर और विशेष सुरक्षा समूह के दो अधिकारी एस के सिंह और एम सिद्धि आज दोपहर मिदनापुर पहुंचे। गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि टीम सुरक्षा में चूक , विभिन्न एजेंसियों के बीच समन्वय में कमी और रैली आयोजित करने में अन्य खामियों के संबंध में जांच करेगी। सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय दल ने पश्चिम मिदनापुर के जिला मजिस्ट्रेट , पुलिस अधीक्षक और स्वास्थ्य अधिकारियों से मुलाकात की। साथ ही उसने मिदनापुर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के अधीक्षक से भी मुलाकात की , जहां घायल भर्ती हैं। (ग्रेटर नोएडा के शाहबेरी में 2 इमारतें गिरी, मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका )

उन्होंने बताया कि केंद्रीय दल ने लगातार बैठकें कीं और विभिन्न जिला विभाग प्रमुखों से पूछताछ की। केंद्र ने इस घटना पर पश्चिम बंगाल सरकार से कल विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी। जिला पुलिस के सूत्रों ने बताया कि एडीजी (आईबी) सिद्धिनाथ गुप्ता और पश्चिम मिदनापुर के पुलिस अधीक्षक आलोक राजोरिया के नेतृत्व वाले उच्चस्तरीय दल ने दिन में घटनास्थल का दौरा किया और पंडाल लगाने में शामिल कई लोगों से बात की। सूत्रों ने बताया कि घटनास्थल को सील कर दिया गया है। पुलिस वहां से सीसीटीवी फुटेज एकत्रित कर रही है। सूत्रों ने बताया कि ऐसा पाया गया कि घटनास्थल पर तैनात कुछ सीसीटीवी सही से काम नहीं कर रहे थे। राजोरिया ने बताया कि आयोजक और पंडाल लगाने वाले डेकोरेटर पर ‘‘ ड्यूटी में अत्यधिक लापरवाही बरतने ’’ का मामला दर्ज किया गया है।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्राथमिक जांच में पता चला है कि पंडाल लगाने में इस्तेमाल किए गए लोहे के खंभों में जंग लगा हुआ था और ज्यादातर खंभों के आसपास मिट्टी को ठीक से नहीं लगाया गया था और बारिश के कारण कहीं-कहीं जलजमाव हो गया। साथ ही मिट्टी मुलायम हो गयी और खंभों को खड़े रखने की उसकी क्षमता कमजोर हो गयी। राज्य सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कोलकाता में बताया कि राज्य सीआईडी घटनास्थल की फॉरेंसिक जांच में मदद कर रही है। उन्होंने बताया कि सीआईडी को पता चला कि कार्यक्रम स्थल पर आखिरी समय में कुछ परिवर्तन किए गए थे। पंडाल ढहने को लेकर आलोचना झेल रहे डेकोरेटर ने आज खुद को बेकसूर बताया और कहा कि भाजपा एवं सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के बीच चल रही तनातनी में उसे ‘‘बलि का बकरा’’ बनाया जा रहा है।

भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के लिये कार्यक्रम का आयोजन करने वाले जे एन डेकोरेटर्स के राजीव कुमार सिंह ने कहा कि उन्होंने पार्टी नेताओं से बार-बार यह सुनिश्चित करने के लिये कहा कि कोई भी पंडाल के ऊपर नहीं चढ़ पाये। सिंह ने बताया, ‘‘मैं कल आयोजन स्थल पर था... मैंने पार्टी नेताओं एवं स्थानीय सुरक्षा कर्मियों को यह नजर रखने के लिये कहा था कि कोई भी पंडाल के ऊपर नहीं चढ़ पाये। लेकिन इस संबंध में कोई कदम नहीं उठाया गया और नतीजतन ढांचा ढह गया, क्योंकि वह इतने अधिक लोगों के भार को सहन नहीं कर पाया।’’ इस बीच , पश्चिम बंगाल भाजपा नेतृत्व ने आज राज्य सरकार एवं पुलिस प्रशासन पर ‘‘लचर रवैये’’ का आरोप लगाते हुए उन्हें घटना के लिये जिम्मेदार बताया। पुलिस एवं तृणमूल नेतृत्व ने इन आरोपों को निराधार बताया है।

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