नई दिल्ली: नोटबंदी के खिलाफ यहां विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और आम आदमी पार्टी (AAP) के 50 से अधिक नेताओं को मंगलवार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। हालांकि, बाद में सिसोदिया को रिहा कर दिया गया। आप के नेता दिलीप पांडे ने कहा, "संसद मार्ग पुलिस थाने में 52-53 पार्टी नेताओं सहित मंत्रियों और विधायकों को हिरासत में रखा गया था।"
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आप नेताओं को हिरासत में तब लिया गया, जब वे जंतर मंतर से संसद की ओर मार्च कर रहे थे। मार्च में 400-500 आप नेता-कार्यकता शामिल थे। वे 'नोट नहीं, पीएम बदलो' जैसे नारे लगा रहे थे। प्रदर्शनकारी संसद से लगभग एक किलोमीटर पहले स्थित पुलिस थाने के बाहर पहुंचे, तो वहां पुलिस ने बैरिकेड लगा रखा था। सिसोदिया ने वहां भाषण दिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए।
उन्होंने कहा कि आठ नवंबर से 500 और 1000 रुपये के नोट बंद करने से आम आदमी बुरी तरह परेशान है, और प्रधानमंत्री के मित्र इससे खुश हैं। हिरासत में लिए गए मंत्रियों में गोपाल राय और सत्येंद्र जैन के साथ ही आम आदमी पार्टी के विधायक शामिल थे।
पुलिस उपायुक्त जतिन नरवाल ने बताया, "सिसोदिया और आप के कुछ अन्य नेताओं और समर्थकों को हिरासत में लिया गया है।"