वाशिंगटन: अमेरिकी रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से विवादित बयान देते हुये कहा है कि गैर कानूनी रुप से गर्भपात कराने वाली महिलाओं को दंडित किया जाना चाहिये। ट्रंप ने एमएसएनबीसी के साथ एक साक्षात्कार में कहा, 'गैर कानूनी रुप से गर्भपात कराने वाली महिलाओं के लिये सजा का प्रावधान होना चाहिये।'
साक्षात्कारकर्ता द्वारा यह पूछे जाने पर कि किस तरह का सजा होना चाहिये तो ट्रंप ने कहा, 'मैंने अभी इस बारे में कोई विचार नहीं किया है कि किस तरह का सजा होना चाहिये।' हालांकि ट्रंप ने यह भी कहा है कि महिलाएं गर्भपात करा सकती है लेकिन सिर्फ मान्यता प्राप्त स्थलों और वैध जगहों पर ही।
डेमोक्रैटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कड़ा ऐतराज जताया और इसे डरावना बताया। उन्होंने ट्वीट किया, 'जब आपको लगता है कि इससे ज्यादा खराब नहीं हो सकता है। डरावना और स्पष्ट।' ट्रंप पहले भी कह चुके हैं कि वह तीन अपवादों को छोड़कर गर्भपात के खिलाफ हैं। रेप, अनाचार और ऐसी स्थिति जिसमें मां की जिंदगी खतरे में हो।
महिलाओं के कारण टूट सकता है राष्ट्रपति बनने का सपना
ट्रंप ने एक-एक करके सभी का समर्थन हासिल कर लिया है परन्तु अभी भी कोई है, जिन का समर्थन ट्रंप हासिल करने में असमर्थ रहे और न ही उनके दिल में अपनी जगह बना पाए। यह हैं अमरीका में रहने वाली महिलाएं। ट्रंप आज से नहीं हमेशा से महिलाओं के विरोधी रहे है। अपने बयानों में वह महिलाओं की तुलना कुत्ते और सूअर तक के साथ करते रहे है और बच्चे को दूध पीला रही महिला और माहवारी के दिनों का भी मजाक बना चुके है।
अमरीका की आधी महिलाओं का मानना है कि उन की सोच ट्रंप के पक्ष में नहीं है। एक मार्च से 15 मार्च तक हुए सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है कि महिलाओं का ट्रंप विरोधी नज़रिया वाइट हाऊस तक इस अरबपति उम्मीदवार के रास्ते में रुकावट पैदा कर सकता है। कुल अमरीकी जनसंख्या में महिलाओं की संख्या आधे से भी ज़्यादा है और 1996 से लेकर वोट डालने वालों में महिलाओं की संख्या में तेज़ी के साथ विस्तार हुआ है। ऐसे में कहा जा सकता है कि यदि ट्रंप महिलाओं के प्रति अपना नजरिया नहीं बदलते तो अमरीका का राष्ट्रपति बनने का उन का स्वप्न टूट सकता है।