इस्लामाबाद: पाकिस्तान की एक महिला सांसद ने दावा किया है कि नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई पर 2012 में हुआ तालिबान का हमला रचा गया एक नाटक था। इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की सांसद मुसर्रत अहमदजेब ने एक उर्दू अखबार को दिए गए इंटरव्यू में कहा, ‘मलाला पर हमले का नाटक पहले से रच गया था।’ उन्होंने इस बात पर भी संदेह जताया कि हमले के समय गोली मलाला के सिर में लगी थी।
मुसर्रत ने ट्वीट किया, ‘मलाला के सिर में गोली मारी गई लेकिन स्वात में हुए सीटी स्कैन में उनके सिर में कोई गोली नहीं मिली। लेकिन हां, पेशावर के CMH अस्पताल में दाखिल होते ही उनके सिर में गोली पहुंच गई।’ उन्होंने आरोप लगाया कि मलाला का इलाज करने वाले डॉक्टरों को सरकार ने जमीन दी। सांसद ने दावा किया कि मलाला ने जब BBC के लिए गुल मकाई नाम से कहानियां लिखीं तब उनको पढ़ने और लिखने नहीं आता था। उन्होंने कहा कि एक अमेरिकी 3 महीने तक मलाला के घर में रहा और उनको भविष्य की भूमिका के लिए प्रशिक्षित किया। यह स्पष्ट नहीं है कि सांसद ने इस तरह की बातें क्यों की हैं।
उधर, तहरीक-ए-इंसाफ के प्रवक्ता शफकत महमूद ने कहा कि उनकी पार्टी पहले ही अनुशान तोड़ने को लेकर खुद को मुसर्रत से अलग कर चुकी है। गौरतलब है कि तालिबान के हमले के बाद चर्चा में आईं मलाला को नोबेल का शांति पुरस्कार मिला।