पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रान्त के क्वेटा शहर में पुलिस ट्रेनिंग सेंटर पर सोमवार की रात आतंकवादी हमले में 59 जवानों की मौत हो गई और 97 अन्य घयल हो गए।
फ़्रंटियर कॉर्प्स के इंस्पेक्टर जनरल मेजर जनरल शेर अफ़ग़ान ने बताया कि अंधेरे में मरने वालों की सही-सही जानकारी देना संभव नहीं है लेकिन 20 सो ज़्यादा लोग मारे गए हैं। उन्होंने बताया कि हमले में तीन आतंकी शामिल थे जिन्होंने सुसाइड वेस्ट (आत्मघाती बेल्ट) पहन रखी थी। हममलावरों का संबंध प्रतिबंधित संगठन लश्कर-ए-झांगवी से था. उन्होंने कहा कि हमलावरों को अफ़ग़ानिस्तान से दिशा-निर्देश मिल रहे थे।
जनरल शेर अफ़ग़ान ने कहा कि दो आतंकियों ने खुद को उड़ा लिया जिससे लोगों की मौत हुई जबकि तीसरे को मार गिराया।
बलूचिस्तान के गृहमंत्री सरफ़राज़ बुगटी ने संवाददाताओं को जानकारी देते हुए फ़िलहाल 20 से ज़्यादा जवानों की मौत की पुष्टि की है। इस हमले में क़रीब 106 जवान घायल हुए हैं।
आतंकी हमले की जवाबी कार्रवाई में चार घंटे तक चले ऑपरेशन में पुलिस, फ्रंटियर कॉर्प्स और आतंकवाद विरोधी दस्ते के अधिकारी शामिल हुए।
उन्होंने बताया कि घायलों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है और डॉक्टरों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। शहर के अस्पतालों में इमरजेंसी घोषित कर दी गई है।
बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सनाउल्लाह ज़ेहरी ने कहा कि शहर में चरमपंथियों के घुसने की सूचना मिलने पर हाल ही में हाई अलर्ट जारी किया गया था।
उन्होंने कहा कि शहर से 15 किलोमीटर दूर पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज का ये हॉस्टल 200-250 एकड़ मैं फैला हुआ है।
क्वेटा में अगस्त महीने में एक अस्पताल और वकीलों पर किए गए हमले में 88 लोगों की मौत हो गई थी।
पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान की सीमा के पास पाकिस्तानी सेना क़बाइली इलाक़ों में चरमपंथियों के ख़िलाफ़ अभियान चला रही है।