काबुल: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल स्थित 'अमेरिकन यूनिवर्सिटी ऑफ अफगानिस्तान' पर आतंकवादी हमले में 12 लोगों की मौत हो गई। काबुल पुलिस के प्रवक्ता बशीर मुजाहिद ने गुरुवार को सीएनएन को बताया कि विश्वविद्यालय पर हुए हमले में मृतकों में सात छात्र, तीन पुलिसकर्मी और दो सुरक्षाकर्मी हैं।
विश्वविद्यालय में हुए हमले के लगभग 10 घंटे बाद गुरुवार तड़के पुलिस ने विश्वविद्यालय परिसर की तलाशी ली और परिसर में विस्फोटकों और हथियारों के साथ घुस आए दो हमलावरों को मार गिराया।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने 'सीएनएन' को बताया कि प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जब हमलावर विश्वविद्यालय परिसर में घुसे तो उन्होंने विस्फोट कर दिया और गोलीबारी भी की।
'टोलो न्यूज' ने ट्वीट कर बताया कि घायलों में तीन महिलाएं भी हैं। तीन की हलात गंभीर बनी हुई है।
रसायन विषय के शिक्षक अहमद समीन ने बताया कि जब यह हमला हुआ वह कक्षा में छात्रों को पढ़ा रहे थे। हमलावरों ने कैंपस में विस्फोट और गोलीबारी की। समीन की कक्षा में बिजली भी चली गई। समीन ने बताया, "बहुत अंधेरा था। सब यहां-वहां भाग रहे थे। सब चिल्ला रहे थे।" उन्होंने भी काले धुएं के बीच छात्रों और अन्य शिक्षकों के साथ भागना शुरू किया।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि उन्होंने गोलियां चलने की आवाज सुनी। स्थानीय समयानुसार रात 7.50 बजे विस्फोट हुआ। उस समय सभी छात्र इकट्ठा थे और खाना खा रहे थे।
विश्वविद्यालय परिसर में एंबुलेंस, सुरक्षाबल और बचाव दल पहुंच गए हैं। अफगानिस्त के समाचार चैनल 'टोलो न्यूज' के मुताबिक, सुरक्षाबलों के कैंपस में प्रवेश करने के तुरंत बाद एक बार फिर गोलीबारी शुरू हुई।
एयूएएफ 2006 में खुला था और वहां 1,700 से अधिक छात्र पढ़ते हैं। यह निजी विश्वविद्यालय आमतौर पर शाम में छात्रों से भरा रहता है, उनमें से कई कामकाजी पेशेवर हैं और एयूएएफ में पार्ट टाइम पाठ्यक्रमों में पढ़ते हैं।