काबुल: अफगानिस्तान की संसद को निशाना बना कर आतंकियों ने आज चार रॉकेट दागे जिनमें से एक इमारत पर लगा। खामा प्रेस की खबर के मुताबिक यह घटना उस समय हुई जब वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी सांसदों को देश की मौजूदा स्थिति से अवगत कराने के लिए इस इमारत की ओर जा रहे थे।
एक प्रत्यक्षदर्शी के हवाले से प्रेस ने लिखा है कि इमारत को निशाना बना कर चार रॉकेट दागे जिसमें से एक इमारत पर लगा। इसके अलावा दो रॉकेट वहां पास के इलाकों में गिरे और एक पास में ही स्थित सैन्य ठिकाने पर गिरा। एक सांसद ने बताया कि संसद के सदस्य, आम लोग और इमारत सुरक्षित है। जिस वक्त हमला हुआ, संसद के निचले सदन वोलेसी जिरगा के सदस्य एक बैठक कर रहे थे।
तालिबान ने काबुल के नए संसद भवन पर कई रॉकेट दागने की जिम्मेदारी ली है। हालांकि इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। काबुल में कभी कभी सरकारी और राजनयिक क्षेत्रों में रॉकेट दागे जाते हैं, लेकिन इसमें आम तौर पर कोई हताहत नहीं होता है। राजधानी कुछ महीनों से घातक हमलों से मुक्त है।
इस इमारत का निर्माण मात्र 3 महीने पहले ही भारत के सहयोग से पूरा किया गया है और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं इसका उद्घाटन किया था।
अफगानिस्तान में पुलिस चौकियों पर हमला, 8 पुलिस कर्मी की मौत
वहीं, अफगानिस्तान के अशांत दक्षिण में पुलिस की दो जांच चौकियों पर तालिबान द्वारा कल रात भर किए गए हमलों में कम से कम 8 पुलिसकर्मी मारे गए हैं। एक अफगान अधिकारी ने यह जानकारी दी है। हेलमांड प्रांत के पुलिस प्रमुख कर्नल अलमास खान ने आज बताया कि हमला कल गेरेशक जिले में हुआ।
खान ने हमले के लिए तालिबान को जिम्मेदार बताया लेकिन समूह ने अभी हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। अफगान बल जांच चौकियों की संख्या घटाने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि उन पर विद्रोहियो द्वारा हमला किए जाने का खतरा रहता है।