कराची: पाकिस्तान के कव्वाली गायक अमजद साबरी की बुधवार को कराची में गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस हमले में एक शख्स की मौत हो गई। समा टीवी के मुताबिक, हमला कराची के लियाकतबाद इलाके में हुआ। हमले में कुछ लोग घायल भी हुए हैं, लेकिन अभी उनकी पहचान सामने नहीं आई है।
समा से बात करते हुए अमजद साबरी के सहयोगी ने पुष्टि की कि कव्वाल पर गोली चली है। सहयोगी के मुताबिक, घायल होने के बाद साबरी को अब्बासी शहीद अस्पताल ले जाया गया।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुश्ताक मेहर के हवाले से पाकिस्तानी अखबार डॉन ने बताया कि मोटरसाइकिल सवार दो लोगों ने अमजद की कार पर अंधाधुंध गोलियां बरसाईं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस हत्या के पीछे का मकसद अभी पता नहीं चल पाया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि अमजद के सिर पर दो गोलियां और कान पर एक गोली लगी।
साबरी बंधुओं को 1970 के दशक में कव्वाली को पश्चिमी देशों तक ले जाने का श्रेय दिया जाता है। इस कव्वाली ग्रुप की शुरुआत दिवंगत गुलाम फरीद साबरी और उनके छोटे भाई हाजी मकबूल अहमद साबरी को जाता है। अमजद साबरी गुलाम साबरी के बेटे थे।
अमजद कुछ दिनों पहले बॉलीवुड में भी चर्चा का विषय थे। सलमान खान की फ़िल्म बजरंगी भाईजान में साबरी ब्रदर्स की मशहूर कव्वाली 'भर दो झोली' को शामिल किया गया था, जिस पर अमजद ने नाराज़गी जताई थी। अजमद ने कानूनी नोटिस भेजते हुए आरोप लगाया था कि उनके पिता ग़ुलाम फरीद साबरी की इस प्रसिद्ध कव्वाली को बिना इजाज़त फिल्म में शमिल किया गया। फ़िल्म में इस गाने को अदनान सामी से गाया, जो काफ़ी मशहूर हुआ था। वहीं इससे पहले 2008 में आई फ़िल्म हल्ला बोल में अमजद साबरी ने चर्चित कव्वाली 'मोरे हाजी पिया' गाया था।