बीजिंग: चीन ने सोमवार को कहा कि वह इस बात के लिए कुछ और वक्त इंतजार करने को तैयार है कि भारत अपनी आशंकाओं को छोड़कर चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की महत्वाकांक्षी परियोजना बेल्ट एंड रोड इनीशियेटिव (BRI) में शामिल हो जाए।
बीजिंग ने इस बात पर भी जोर दिया कि 50 अरब डॉलर के चीन पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर (CPEC) का बांग्लादेश-चीन-भारत-म्यामां (BCIM) आर्थिक कॉरिडोर के साथ एकीकरण से उसकी महत्वाकांक्षी BRI परियोजना को बल मिलेगा। CPEC के पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से गुजरने के कारण भारत इस पर आपत्ति जता रहा है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा, ‘मुझे इस ओर इशारा करना होगा कि भारत के कुछ लोगों को BRI को लेकर आशंकाएं और संशय हैं।’
उन्होंने कहा, ‘वे अब भी इसे देख रहे हैं और पहल को लेकर शंका जता रहे हैं। हम भारतीय पक्ष के लिए कुछ और समय इंतजार कर सकते हैं। BRI एक महत्वपूर्ण अवसर है। तथ्यों से साबित हो गया है कि यदि कोई परियोजना में यथासंभव जल्द से जल्द शामिल होगा तो उसे अधिक लाभ मिलेगा।’ भारत ने CPEC को लेकर अपनी संप्रभुता संबंधी चिंताओं की वजह से मई में चीन के बेल्ट एंड रोड फोरम में भाग नहीं लिया था। गेंग ने कहा कि CPEC और BCIM दोनों ही BRI की रूपरेखा के तहत महत्वपूर्ण सहयोगी परियोजनाएं हैं।