Saturday, April 27, 2024
Advertisement

पाक में मसूद अजहर समेत 5100 आतंकियों के बैंक खाते से लेन-देन पर लगी रोक

पाकिस्तान में अधिकारियों ने जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर समेत 5100 संदिग्ध आतंकवादियों के बैंक खाते से लेन-देन पर रोक लगा दी है।

Bhasha Bhasha
Updated on: October 25, 2016 8:29 IST
pakistan stops transactions from bank accounts of masood...- India TV Hindi
pakistan stops transactions from bank accounts of masood azhar

इस्लामाबाद: पाकिस्तान में अधिकारियों ने जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर समेत 5100 संदिग्ध आतंकवादियों के बैंक खाते से लेन-देन पर रोक लगा दी है। इन खातों में 40 करोड़ रपये से अधिक राशि थी। अजहर भारत में पठानकोट हवाई ठिकाने पर आतंकवादी हमले के बाद से एहतियातन हिरासत में है।

स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (SBP) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, गृह मंत्रालय के अनुरोध के बाद हमने अल्ला बख्श के बेटे मसूद अजहर समेत सभी शीर्ष संदिग्ध आतंकवादियों के बैंक खाते से लेन-देन पर रोक लगा दी है।

द न्यूज ने अधिकारी के हवाले से बताया कि गृह मंत्रालय ने हजारों संदिग्धों की तीन अलग-अलग सूची भेजी जिसमें कुछ प्रतिबंधित संगठनों के सरगना भी शामिल हैं। समाचार पत्र के अनुसार तकरीबन 1200 संदिग्ध जिनके बैंक खाते से SBP ने लेन-देन पर रोक लगाई है उन्हें आतंकवाद निरोधक अधिनियम, 1997 के तहत ए श्रेणी के तहत रखा गया है। अखबार ने अधिकारियों के हवाले से बताया, अजहर के नाम को चतुर्थ अनुसूची की ए श्रेणी में रखा गया है।

गृह मंत्रालय और एसबीपी के अधिकारियों ने बताया कि अजहर को शीर्ष संदिग्धों की सूची में शामिल किया गया है, जिनके बैंक खाते से लेन-देन पर एसबीपी ने रोक लगाई है। अधिकारियों ने बताया, ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि सरकार ने पठानकोट हवाई ठिकाने पर आतंकवादी हमला होने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने जेईएम प्रमुख को एहतियातन हिरासत में डाला हुआ है।

नेशनल काउन्टर टेररिज्म अथॉरिटी (NCTA) ने इस महीने की शुरूआत में तकरीबन 5500 नाम एसबीपी को भेजे थे। नाकटा के राष्ट्रीय समन्वयक एहसान गनी ने पुष्टि की कि एसबीपी ने 5000 से अधिक संदिग्धों के बैंक खाते से लेन-देन पर रोक लगा दी है।

Latest World News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Asia News in Hindi के लिए क्लिक करें विदेश सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement