इस्लामाबाद: पाकिस्तान के नए सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने नागरिकों और सुरक्षा बलों पर कई जघन्य हमलों में शामिल रहे 4 खूंखार आतंकवादियों की मौत की सजा की पुष्टि की है। सेना की कमान संभालने के बाद इस तरह का उनका यह पहला फैसला है।
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पेशावर के एक स्कूल पर 16 दिसंबर 2014 को हुए हमले के बाद आतंकवादियों के मामलों की सुनवाई के लिए गठित विशेष सैन्य अदालतों ने विभिन्न प्रतिबंधित आतंकी संगठनों के इन आतंकवादियों को दोषी ठहराया था। सेना ने चारों को खूंखार आतंकवादी बताया, जो नागरिकों, कानून प्रवर्तन एजेंसियों और हवाईअड्डा सुरक्षा बलों की हत्या समेत जघन्य आतंकी हमलों में संलिप्त थे।
पाक सेना के अनुसार इन आतंकवादियों ने कराची के जिन्ना अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा, कराची के सीआईडी भवन, सक्खर स्थित आईएसआई कार्यालय और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के काफिलों पर हमले की साजिश रची और उन्हें अंजाम दिया।
दोषी ठहराये गए आतंकी एक एसएसपी समेत 58 लोगों की हत्या और 226 अन्य लोगों को घायल करने के मामले में भी संलिप्त थे। सेना ने बताया कि उनके पास से हथियार और विस्फोटक बरामद किये गये।
दोषियों की पहचान अताउर रहमान, मोहम्मद साबिर, फारूक भट्टी और गुल जरीन के रूप में हुई है। जनरल बाजवा (57) ने मंगलवार को रावलपिंडी में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान सेना की कमान संभाली।