पाकिस्तान आर्मी के हमलों से सहमे हज़ारों पश्तून अफगानिस्तान पलायन कर गए हैं। उनका दावा है कि पाक सेना ऑपरेशन जर्ब ए अज़्ब के नाम पर वजीरिस्तान में मासूम बच्चों पर बमबारी कर रही है।
पाकिस्तान में सेना के जुल्मों सितम की दास्तान यहां हर चेहरे पर है, बच्चे ख़ौफज़दा हैं, महिलाएं डरी सहमी। यहां के बुज़ुर्गों का कहना है कि अफगान से सटी सीमा पर पाकिस्तानी फौज और वहां की वायुसेना हवाई और ज़मीनी हमले करते रहती है जिससे दहशत का माहौल बन गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि ऑपरेशन जर्ब ए अब्ज़ के नाम पर मासूम बच्चों पर बमबारी की जा रही है और बबड़ी संख्या में लोग डर के मारे अपना वतन छोड़कर लोग अफगानिस्तान भाग गए हैं।
पलायन करने वाले ज़्यादातर लोग उत्तरी वजीरिस्तान और खैबर पख्तूनख्वां के हैं। इन लोगों ने कई महीनों से अफगानिस्तान के कोस्ट में शरण ले रखी है। खाने-पीने की कमी के बावजूद ये लोग यहां से जाने को तैयार नहीं हैं। इनका कहना है कि वापस अपने मुल्क पाकिस्तान लौटे तो सेना इन्हें नहीं छोड़ेगी।
विस्थापित पश्तूनों ने पाकिस्तान सेना के जुल्मों की कहानी बयां की है। पश्तूनों ने आरोप लगाय है कि पाकिस्तान इस जंग को बीते चालीस साल से उनपर थोप रहा है... और पूरी दुनिया में इसे आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई बताकर इस जुल्म पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहा है।