इस्लामाबाद: कई दिनों की चुप्पी के बाद पाकिस्तान की सेना ने मीडिया की उन खबरों को दुष्प्रचार बताते हुए खारिज किया है कि सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने अधिकारियों से अपील की थी कि भारत के बारे में किताब पढ़ें कि किस तरह से सेना को राजनीति से अलग रखकर वह सफल हुआ है।
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एक अखबार ने 12 फरवरी को खबर दी थी कि बाजवा ने दिसंबर में रावलपिंडी गैरीसन स्थित सेना मुख्यालय में वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों को संबोधित किया और कहा कि वे स्टीवन विलकिंसन की किताब ‘आर्मी ऐंड नेशन: द मिलिट्री ऐंड इंडियन डेमोक्रेसी सिन्स इंडिपेंडेंस’ को पढ़ें। किताब में भारतीय सेना के ढांचे और भर्ती प्रक्रिया में बदलाव का ब्यौरा है।
सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफ्फूर ने बयान जारी कर खबर से इंकार किया। उन्होंने फेसबुक पर बयान में कहा, ‘COAS के हवाले से रावलपिंडी में अधिकारियों को आर्मी ऐंड नेशन के बारे में संबोधन संबंधी खबर गलत है। खबर में कहा गया था कि बाजवा ने संबोधन में देश में नागरिक-सैन्य समीकरण के जटिल मुद्दे का जिक्र किया जहां 1947 में स्वतंत्रता के बाद से ही सेना ने करीब आधे समय तक शासन किया है।’