कयारा (इराक): संयुक्त हवाई हमले की मदद से इराकी फोर्स ने गुरुवार को आतंकी गुट इस्लामिक स्टेट को कयारा शहर से बाहर धकेल दिया। जिहादियों के अंतिम गढ़ मोसुल पर भविष्य में होने वाले किसी भी अभियान के लिए उत्तरी भाग में स्थित इस शहर को सामरिक रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री हैदर अल-आब्दी ने इस जीत को इस्लामिक स्टेट के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण कदम बताते हुए इसकी प्रशंसा की, लेकिन कुछ ही घंटों बाद उन्हें बड़ा राजनीतिक झटका लगा। सांसदों ने उनके रक्षा मंत्री के खिलाफ महाभियोग चलाकर उन्हें हटा दिया। इराकी बलों के कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल रियाद जलाल तौफिक ने कयारा में बताया, ‘हमने शहर के सभी हिस्सों पर नियंत्रण कर लिया है और दाअेश (आईएस) को बहुत कम समय में खदेड़ने में सफल रहे।
कमांडर ने कहा कि इंजीनियरिंग इकाइयां अब शहर को सुरक्षित करने में लगी है और ऐसे हथियारों को हटा रही हैं जिनमें विस्फोट नहीं हुए हैं। इस शहर के निवासियों ने सुरक्षा बलों का स्वागत किया। प्रधानमंत्री हैदर अल-आब्दी ने प्रशंसा करते हुए एक बयान जारी कर कहा कि यह मोसुल पर फिर से नियंत्रण करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। मोसुल इराक का दूसरा सबसे बड़ा शहर है और देश में आईएस की राजधानी के रूप में काम कर रहा है।
आब्दी ने कहा, ‘हमारे साहसी बलों ने बड़ी जीत हासिल की है, मोसूल को मुक्त कराए जाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। सामरिक रूप से महत्वपूर्ण कयारा शहर और आसपास के क्षेत्रों को मुक्त कराए जाने पर इराक के लोगों को मैं बधाई देता हूं।'