तेल अवीव: सउदी अरब की यात्रा के बाद इस्राइल पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को कहा कि यह पश्चिम एशिया में सुरक्षा एवं शांति स्थापित करने का दुर्लभ अवसर है। ट्रंप ने कहा कि ईरान आतंकवादियों का सहयोग करना बंद करे। उन्होंने कहा कि तेहरान को कभी परमाणु हथियार हासिल नहीं करने दिया जाएगा। ट्रंप ने बेन गुरियन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद कहा, ‘मुझे उम्मीद के लिए नई वजहें मिली हैं।’ (US ने चीन से पूछा मेरा विमान क्यों रोका? चीन ने दिया यह करारा जवाब)
उन्होंने स्वागत समारोह में कहा, ‘क्षेत्र में शांति एवं सुरक्षा लाने का दुर्लभ अवसर है, लेकिन हम साथ काम करके ही इस लक्ष्य तक पहुंच सकते हैं।’ ट्रंप ने कहा कि वह सउदी अरब में अरब जगत के नेताओं से मिले और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में ऐतिहासिक समझौतों तक पहुंचे। उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रपति के तौर पर अपनी विदेश यात्रा पर मैं इस पवित्र और प्राचीन भूमि पर यह बताने आया हूं कि हमारे और इस्राइल के बीच अटूट बंधन है।’ इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति का स्वागत किया और कहा कि उनका दौरा ऐतिहासिक है। स्वागत समारोह के बाद वह इस्राइली राष्ट्रपति रूवेन रिवलिन से मुलाकात करने के लिए यरूशलम रवाना हो गए। (नहीं माना चीन, यहां फिर से अटकाएगा भारत की राह में रोड़ा)
रिवलिन के आवास पर ट्रंप ने ईरान पर निशाना साधते हुए कहा, ‘अमेरिका और इस्राइल एक स्वर में यह घोषणा कर सकते हैं कि ईरान को कभी परमाणु हथियार हासिल नहीं करने दिया जाना चाहिए और आतंकवादियों एवं मिलिशिया समूहों को उसके वित्तपोषण, प्रशिक्षण एवं हथियार मुहैया कराने पर अंकुश लगाना होगा।’ अपने सउदी प्रवास के दौरान ट्रंप ने ईरान पर इस क्षेत्र में जातीय संघर्ष एवं आतंकवाद को हवा देने का आरोप लगाया था और तेहरान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग करने का आह्वान किया था। (आयरलैंड का प्रधानमंत्री बनने के बेहद करीब है भारतीय मूल का यह व्यक्ति)