Saturday, April 20, 2024
Advertisement

सिंगापुर: नकली करंसी छापने के लिए भारतीय मूल के व्यक्ति को जेल

सिंगापुर में भारतीय मूल के एक व्यक्ति (29) को नकली सिंगापुरी मुद्रा छापने के लिए तीन साल से अधिक की जेल की सजा सुनाई गई है। मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी मिली है।

Bhasha Bhasha
Published on: November 25, 2016 12:57 IST
Representative Image | PTI- India TV Hindi
Representative Image | PTI

सिंगापुर: सिंगापुर में भारतीय मूल के एक व्यक्ति (29) को नकली सिंगापुरी मुद्रा छापने के लिए तीन साल से अधिक की जेल की सजा सुनाई गई है। मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी मिली है। शशि कुमार लक्ष्मणन ने 100 एसजीडी (सिंगापुर डॉलर) और 50 एसजीडी के नकली नोट छापने का फैसला किया था।

देश-दुनिया की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

उप सरकारी वकील मगदलीनी हुआंग ने कहा कि आर्थिक मुश्किल से गुजर रहे लक्ष्मणन ने कुछ जाली नोटों को छापने का फैसला किया और धोखाधड़ी कर 5,000 एसजीडी से अधिक का कर्ज लिया। स्ट्रेट्स टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार उसे लगा कि 100 एसजीडी के नोट की प्रति बिल्कुल असली मुद्रा की तरह दिख रही थी। जिसके बाद उसने 100 एसजीडी की असली मुद्रा से मिलती जुलती नोटों की प्रति छापी।

इसके बाद उसने इन नोटों की अन्य 4 और प्रति छापी और फिर सही आकार में उन्हें काट लिया। रिपोर्ट के अनुसार अगले दिन उसने नकली 100 एसजीडी के नोट से कुल 21.80 एसजीडी के मूल्य वाले दो सिगरेट के पैकेट खरीदे और बदले में उसे शेष 78.20 एसजीडी की मुद्रा मिली।

एक स्टॉल के सुपरवाइजर ने इस नकली नोट को पहचान लिया और 13 जुलाई को पुलिस में इसकी शिकायत की। दो दिन पहले ही लक्ष्मणन ने पहली बार नकली नोटों की मुद्रा छापी थी। पुलिस ने लक्ष्मणन के घर पर छापा मारा, जहां उन्हें अन्य चीजों के साथ 50 एसजीडी नोटों की नकली मुद्रा मिली।

सजा कम करने के लिए अपनी लिखित याचिका में उसने कहा कि उसकी पत्नी जल्द उनके तीसरे बच्चे को जन्म देने वाली है। उसने बताया कि उसे मिर्गी के दौरे आते हैं। बहरहाल, सिंगापुर के दैनिक पत्र की रिपोर्ट के अनुसार उस पर नकली नोट के इस्तेमाल और उनके निर्माण के लिए उपकरण रखने के दो अन्य आरोप भी हैं। हर आरोप के लिए उसे 20 साल जेल की सजा और जुर्माना लगाया जा सकता है।

Latest World News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Asia News in Hindi के लिए क्लिक करें विदेश सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement