बीजिंग: चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग को दूसरा कार्यकाल मिलना तय है। शी को दूसरे कार्यकाल में पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा अधिकार हासिल होंगे और वह ज्यादा ताकतवर नेता के रूप में उभर सकते हैं। वहीं, पर्यवेक्षकों की राय पर यकीन करें तो शी की नजरें राष्ट्रपति के रूप में न सिर्फ दूसरे बल्कि तीसरे कार्यकाल पर भी लगी हुई हैं। यदि ऐसा होता है तो वह चीन के इतिहास में राष्ट्रपति के रूप में 3 कार्यकाल तक कायम रहने वाले पहले राष्ट्रपति होंगे।
कम्युनिस्ट पार्टी आफ चाइना (CPC) की 5 साल में एक बार होने वाली कांग्रेस बीजिंग में 18 अक्टूबर से शुरू होगी जिसमें उम्मीद है कि 5 साल के लिए शी के दूसरे कार्यकाल की पुष्टि की जाएगी। यह 2002 से लागू परंपरा के अनुरूप होगी जिसमें शीर्ष नेताओं को 2 कार्यकाल दिए जाते हैं। इसके बाद वे अवकाश ग्रहण कर लेते हैं। 5 साल पहले हुई 18वीं कांग्रेस में तत्कालीन राष्ट्रपति हू जिनताओ और प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ ने 2 कार्यकालों के बाद परंपराओं का पालन करते हुए देश की सत्ता शी को सौंप दी थी। सुर्खियों से दूर रहते हुए शी पार्टी में आगे बढ़ते रहे हैं। वह पहले CPC के महासचिव चुने गए थे। बाद में देश के राष्ट्रपति चुने गए। निवर्तमान नेता हू ने जब उन्हें सैन्य प्रमुख बनाया उसके बाद उन्होंने अपनी स्थिति मजबूत बना ली।
पार्टी की 19वीं कांग्रेस बुधवार को शुरू हो रही है। उम्मीद की जा रही है कि कांग्रेस में शी के अधिकार के दायरे को बढ़ाया जाएगा। पार्टी ने पहले ही शी को माओत्सेतुंग और देंग शियाओ पिंग की तरह अपना प्रधानतम कोर नेता घोषित किया है। पर्यवेक्षकों का कहना है कि यह देखना होगा कि क्या शी परिपाटी तोड़ते हैं और अपने तीसरे कार्यकाल का रास्ता साफ करेंगे। बीजिंग स्थित राजनयिकों और विदेशी मीडिया की नजर 69 वर्षीय वांग शीशान पर है जो शी के करीबी सहयोगी हैं।
परंपराओं के अनुसार CPC अधिकारियों के लिए रिटायरमेंट की उम्र 68 साल तय की गई है। ऐसे में वांग को अवकाश ग्रहण कर लेना चाहिए क्योंकि वह पहले ही 68 साल से ज्यादा के हो गया है। ऐसे में पर्यवेक्षकों की नजर इस बात पर है कि क्या उन्हें एक अन्य कार्यकाल मिलेगा। वास्तव में ऐसा होने से 20वीं कांग्रेस में शी के लिए अगले कार्यकाल का रास्ता साफ हो जाएगा। उस समय तक वह भी अवकाश ग्रहण करने की आयु से ज्यादा हो चुकी होगी।