बीजिंग: चीन में अपने उस सैनिक के वतन वापसी में मदद के लिए भारत की सराहना की जो 1962 के युद्ध के बाद भारतीय सीमा में चला गया था और 50 साल से अधिक समय से वहीं रह रहा था।
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चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा, ‘भारत और चीन के सतत प्रयासों को धन्यवाद कि वांग की चीन लौट आए और अपने परिवार से मिल गए।’ उन्होंने कहा कि हम इसको लेकर भारत के संबंधित विभाग के सहयोग की सराहना करते हैं। वांग जब चीन के शांग्जी राज्य की राजधानी जियान में स्थित अपने घर पहुंचे तो उनके पारिवारिक सदस्यों और अधिकारियों द्वारा उनका जोरदार स्वागत किया गया। उनके साथ उनके बेटे विष्णु वांग, बहू नेहा और पोती कनक वांग थीं।
गेंग ने कहा कि उन्हें वांग और उनके भारतीय परिवार के सदस्यों के बसने की योजनाओं के बारे में जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन से इस बारे में जानकारी लेनी होगी। उनसे सवाल किया गया था कि अगर वांग चीन में बसने का फैसला करते हैं तो उनके भारतीय परिवार के बारे में क्या होगा। वांग की पत्नी, बेटी, बेटा, बहू और पौत्री हैं।