बीजिंग: चीन के निर्माणाधीन दूसरे विमान वाहक पोत को पेचीदा हालात से निबटने के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण दक्षिण चीन सागर के समीप कहीं तैनात किया जा सकता है। अभी इस पोत का निर्माण दालियान बंदरगाह में बहुत तेजी से किया जा रहा है। शांगदोंग में एक सरकारी टेलीविजन चैनल ने कल रिपोर्ट दी थी कि दो साल और नौ महीने के निर्माण कार्य के बाद पोत आकार ले रहा है। बहरहाल, उसने नहीं बताया कि पोत का निर्माण कब पूरा होगा।
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हांगकांग से प्रकाशित चाइना मार्निंग पोस्ट ने यह खबर दी कि विभिन्न चीनी मीडिया रिपोर्टो में संकेत दिया गया है कि इस पोत का निर्माण इस साल के पूर्वाद्र्ध में पूरा होने की उम्मीद है और यह आधिकारिक रूप से 2019 में नौसेना में शामिल हो जाएगा। बहरहाल, चीन ने अभी तक अपने दूसरे पोत के अड्डे के बारे में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है। सरकारी अखबार पीपुल्स डेली के विदेशी संस्करण से संबद्ध सोशल मीडिया एकाउंट शियके दाओ पर डाले गए आलेख के अनुसार उम्मीद की जा रही है कि निर्माणाधीन दूसरे विमान वाहक पोत का नाम शानदोंग रखा जाएगा। शानदोंग चीन के पूर्वी तट पर स्थित एक प्रांत का नाम है।
शियके दाओ के आलेख में कहा गया है, इसका उपयोग दक्षिण चीन सागर में पेचीदा हालात से निबटने में किया जाएगा। विमानवाहक पोत का अड्डा संभवत: वहां होगा। सरकारी मीडिया की हालिया रिपोर्टों में कहा गया है कि चीन एक तीसरे विमान वाहक पोत के निर्माण की प्रक्रिया में है। चीन का पहला विमान वाहक पोत लियाओनिंग इस समय उत्तर के बंदरगाह छिंगदाओ पर तैनात है जो जापान और दक्षिण कोरिया के समीप है। यह पूर्व सोवियत संघ के पोत का रिफिटेड या पुन: निर्मित संस्करण है। चीन के दक्षिणी तट पर नए पोत की तैनाती से दक्षिण चीन सागर में देश की सैन्य क्षमता में इजाफा होने की संभावना है जहां चीन कृत्रिम द्वीप बना रहा है और अमेरिका के साथ तनाव में उलझा हुआ है।