सोल: दक्षिण कोरिया की राष्ट्रपति पार्क ग्वेन हे ने कहा है कि वह तभी इस्तीफा देंगी जब संसद सहज सत्ता हस्तांतरण की योजना बनाएगी। उन पर अभियोजकों ने आरोप लगया है कि उनका किसी मित्र से साठगांठ है, जो पीछे से सत्ता को प्रभावित कर रहा है। पिछले पांच सप्ताह से प्रत्येक शनिवार को हजारों लोग सोल में जुट रहे हैं और पार्क के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। राष्ट्रपति ने इन मांगों को ठुकरा दिया है और अभियोजकों के उन दावों को भी खारिज कर दिया है कि उनका किसी सहयोगी से कोई साठगांठ है जिसने अवैध संपत्ति हासिल करने के लिए कंपनियों से पैसे वसूले हैं।
इससे पहले, दक्षिण कोरिया के प्रथम राष्ट्रपति सिंगमन री ने अपने पद से इस्तीफा दिया था। री 1960 में विद्रोह के बाद पद छोड़कर हवाई चले गए थे। री के बाद की सरकार का पार्क के पिता एवं सैन्य तानाशाह पार्क चुंग-ही ने तख्तापलट कर दिया और वह खुद सत्ता पर काबिज हो गए। लेकिन इनका शासन भी उस समय अचानक खत्म हो गया, जब इनकी हत्या खुफिया विभाग के प्रमुख ने 1979 में कर दी। पार्क ने जनता को संबोधित करते हुए कहा, मैं अपने भाग्य के साथ ही राष्ट्रपति मे मेरे कार्यकाल कम करने का फैसला नेशनल असेंबली पर छोड़ती हूं। पार्क के संबोधन का सीधा प्रसारण किया जा रहा था।
उन्होंने कहा, अगर सत्ता और विपक्षी दल आपस में बातचीत करके देश के मामलों में संशय की स्थिति दूर करने और सत्ता के सुरक्षित हस्तांतरण की योजना के साथ आते हैं तो मैं राष्ट्रपति पद से कानूनी प्रक्रिया के तहत इस्तीफा दे दूंगी। विपक्षी पार्टियां पार्क के खिलाफ महाभियोग लाने जा रही हैं। यहां तक कि सहयोगियों ने भी इन्हें सम्मानजनक तरीके से पद छोड़ देने को कहा है। महाभियोग वोट के लिए शुक्रवार का दिन तय किया गया है। पार्क को कार्यालय में रहते हुए अभियोजन से छूट मिली हुई थी। राष्ट्रपति ने अभियोजकों से मिलने से इंकार कर दिया था। पार्क के वकील ने अभियोजकों के आरोप को आधारहीन बताया है।