Thursday, March 28, 2024
Advertisement

क्रिसमस से पहले ऑस्ट्रेलियाई सीनेट ने पारित किया समलैंगिक विवाह विधेयक

ऑस्ट्रेलिया के ऊपरी सदन सीनेट ने समलैंगिक विवाह के कानून का रास्ता साफ करते हुए और धार्मिक स्वतंत्रता का संरक्षण बढ़ाने के रूढ़िवादियों के दबाव को नकारते हुए आज एक विधेयक पारित किया।

India TV News Desk Edited by: India TV News Desk
Published on: November 29, 2017 12:23 IST
Before the Christmas the Australian Senate passed the gay...- India TV Hindi
Before the Christmas the Australian Senate passed the gay marriage bill

सिडनी: ऑस्ट्रेलिया के ऊपरी सदन सीनेट ने समलैंगिक विवाह के कानून का रास्ता साफ करते हुए और धार्मिक स्वतंत्रता का संरक्षण बढ़ाने के रूढ़िवादियों के दबाव को नकारते हुए आज एक विधेयक पारित किया। अधिकतर सांसदों द्वारा ‘‘ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों की इच्छा’’ का सम्मान करने पर सहमति जताने के मद्देनजर ऐसी उम्मीद है कि यह विधेयक क्रिसमस से पहले सदन के निचले सदन में आसानी से पारित हो जाएगा। ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों ने हाल में राष्ट्रभर में डाक द्वारा हुए मतदान में समलैंगिक विवाह के समर्थन में मतदान किया। (टिलरसन ने लगाया रूस पर ‘दुर्भावनापूर्ण रणनीति’ इस्तेमाल करने का आरोप)

ऑस्ट्रेलिया की सबसे ऊंची प्रोफाइल की समलैंगिक नेता एवं लेबर पार्टी की सदस्य पेन्नी वोंग ने कहा, ‘‘हम स्वीकार्यता, समावेशिता, सम्मान, जश्न का हिस्सा है, हम उस दिन का हिस्सा है जब इस सीनेट ने हमारे एलजीबीटीआईक्यू भाइयों और बहनों की स्वीकार्यता की घोषणा की है।’’ पेन्नी ने कहा, ‘‘यह विधेयक कहता है कि आप जो हैं, आपको उसी रूप में इतनी अधिक संख्या में ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों, इस संसद, इस देश ने स्वीकार किया है। आपका प्यार किसी से कम नहीं है और आप किसी से कम नहीं है।’’

सीनेटरों ने धार्मिक संरक्षण बढ़ाने की मांग को खारिज करने के बाद 12 के मुकाबले 43 मतों से विधेयक पारित किया। ये संरक्षण धार्मिक मंत्रियों को समलैंगिक विवाह कराने से इनकार करने की अनुमति देता है। समानता मुहिम की अन्ना ब्राउन ने कहा, ‘‘यह समानता के समर्थकों के एक दशक से अधिक समय के प्रयासों की जीत है।’’

Latest World News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Around the world News in Hindi के लिए क्लिक करें विदेश सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement