UP एसटीएफ को आज एक शानदार सफलता हासिल हुई है, एसटीएफ ने यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
यूपी एसटीएफ ने आर्मी नर्सिंग असिस्टेंट के पेपर में ब्लूटूथ डिवाइस से नकल करते हुए 4 अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्हें 25-30 हजार रुपये में ब्लूटूथ डिवाइस मिला और गिरोह के लोग 5-5 लाख रुपये लेकर प्रश्न पत्र हल कराते हैं।
माफिया अतीक अहमद की मौत के बाद अब पुलिस और प्रशासन उसके गुर्गों और रिश्तेदारों पर शिकंजा कस रहा है। यूपी एसटीएफ ने अब मेरठ से माफिया के एक रिश्तेदार को गिरफ्तार किया है।
पश्चिम बंगाल STF ने प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन CPI (माओवादी) के सक्रिय दो सदस्य - मंटू मल्लिक और उसके करीबी सहयोगी प्रतीक भौमिक को मुर्शिदाबाद जिले से गिरफ्तार किया है। इनके पास से एसटीएफ को संदिग्ध दस्तावेज, कैश और हथियार भी मिले हैं।
पुलिस के मुताबिक, आरोपी दो मोटरसाइकिल पर सवार होकर 521 ग्राम अवैध स्मैक बेचने जा रहे थे। आरोपियों ने बताया है कि ये स्मैक उन्हें रुद्रपुर में इंदिरा चौक के पास किसी व्यक्ति को देनी थी।
समाजवादी पार्टी का पूर्व विधायक परवेज टंकी अतीक के गैंग का रजिस्टर्ड मेंबर था। अब वह एसटीएफ के रडार पर है और पुलिस उसकी कुंडली खंगाल रही है।
इस इनपुट के आधार पर करोलबाग और जामिया नगर में सर्च ऑपरेशन चलाया। हालांकि शाइस्ता परवीन पुलिस की पकड़ में नहीं आई लेकिन पुलिस को कुछ लीड जरूर मिली है।
एसटीएफ को इनपुट्स मिले हैं कि अतीक के कुछ करीबी जो इस वक्त नैनी जेल में हैं। उन्होंने गुर्गों को ऑर्डर दिया है किसी भी तरह तीनों शूटर्स को टारगेट किया जाए। पुलिस की मौजूदगी में तीनों शूटर्स पर हमला किया जाए।
DIG Anant Dev Tiwari On Guddu Muslim: माफिया डॉन अतीक अहमद का शातिर शूटर बमबाज गुड्डू मुस्लिम की तलाश में एसटीएफ की टीम जुटी हुई है। वह कई गैंगस्टर के लिए काम कर चुका है। ये बातें एसटीएफ के डीआईजी अनंत देव तिवारी ने इंडिया टीवी को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कही।
शनिवार (15 अप्रैल ) की रात को अतीक और अशरफ की उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गई थी जब उन्हें मेडिकल के लिए प्रयागराज की केल्विन अस्पताल में लाया गया था। जिस वक्त दोनों की हत्या हुई उस वक्त वे पुलिस हिरासत में थे। उमेश पाल हत्याकांड को लेकर पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही थी।
शूटर गुलाम की मां खुशनुदा ने कहा, "जितने भी गंदा काम करने वाले हैं, वह जिंदगीभर याद रखेंगे। हमारे हिसाब से UP-STF ने गलत नहीं किया। अगर तुमने किसी को मारकर गलत किया और जब तुम्हारे साथ हुआ तो हम उसको गलत कैसे कहें?"
UP-STF चीफ अमिताभ यश ने बताया कि असद और गुलाम को ट्रैक करने में टीम को तमाम मुश्किलों का सामना करना पड़ा। उन्हें ढूढने में पुलिस को कई असफलताओं का भी सामना करना पड़ा।
शूटर की मां खुशनुदा ने कहा, "जितने भी गंदा काम करने वाले हैं, वह जिंदगीभर याद रखेंगे। हमारे हिसाब से UP-STF ने गलत नहीं किया।
एफआईआर के मुताबिक STF की टीम को मुखबिर से यह इनपुट मिला असद और गुलाम काले रंग की डिस्कवर बाइक से चिरगांव से निकलकर पारीछा की तरफ गए हैं।
पुलिस असद को पिछले डेढ़ महीने से खोज रही थी, लेकिन वह पुलिस को चकमा देते हुए फरार था। आज आख़िरकार पुलिस को उसके झांसी में होने की भनक लगी और STF की टीम ने उसका एनकाउंटर कर दिया।
एनकाउंटर करने वाली टीम में कुल 12 पुलिसकर्मी शामिल थे। टीम का नेतृत्व STF के DSP नवेंदु कुमार और DSP विमल कुमार सिंह कर रहे थे।
असद के एनकाउंटर की खबर सामने आई उस समय माफिया अतीक अहमद प्रयागराज कोर्ट में थे। एनकाउंटर की खबर सुनते ही वह फूट-फूटकर रोने लगा। इसके साथ ही उसका भाई अशरफ भी वहीं रोने लगा।
नवेंदु सिंह को कुछ साल पहले एक डकैत से मुठभेड़ में उनके हाथ और गर्दन में गोली लग गई थी। पिछले साल ही दो ईनामी बदमाशों को नवेंदु सिंह ने मार गिराया था।
अतीक की बहन आयशा नूरी को भी उमेश पाल मर्डर में आरोपी है। एसटीएफ के पास पुख्ता सबूत है कि नूरी ने शूटरों को फरार कराने में अहम भूमिका निभाई है।
1300 किलोमीटर के सफर के दौरान आज सुबह झांसी के पुलिस लाइन पर अतीक को करीब दो घंटे के लिए रोका गया था। काफिला पुलिस लाइन में वाशरूम में जाने के लिए रोका गया था।
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