इजराइल और हमास के बीच जारी जंग का विरोध अमेरिका में देखने को मिल रहा है। यहां छात्रों का विरोध-प्रदर्शन तेज हो गया है। छात्रों ने अमेरिकी सरकार से मांग की है कि इजराइल के साथ व्यापार बंद किया जाए।
बीते साल सात अक्टूबर को हमास ने दक्षिण इजराइल में आतंकी हमला किया था। हमले के दौरान कई लोगों को बंधक बनाया गया था। अब हमास ने बंधक बनाए गए एक शख्स का वीडियो जारी किया है।
इजरायल-हमास युद्ध और इजरायल-ईरान युद्ध ने मध्य-पूर्व में बहुत कुछ परिवर्तन दिखाया है। इजरायल-हमास युद्ध के दौरान लेबनान, सीरिया और ईरान पहले ही तेल-अवीव के खिलाफ अप्रत्यक्ष युद्ध में शामिल थे। मगर ईरान-इजरायल द्वारा एक दूसरे पर हवाई हमले ने अब पाकिस्तान और ईरान की दुश्मनी को भी दोस्ती में बदल दिया है।
इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है। जंग के बीच अमेरिका में विरोध-प्रदर्शन तेज हो गया है। छात्रों का प्रदर्शन किस कदर उग्र है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पुलिस अधिकारियों पर भी हमले हो रहे हैं।
बीते साल सात अक्टूबर को हमास के आतंकियों ने इजराइल पर हमला किया था, जिसको रोक पाने में विफल रहने पर इजराइल की मिलिट्री इंटेलिजेंस चीफ मेजर जनरल अहरोन हलीवा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
इजराइल ने ईरान की तरफ से किए गए ड्रोन और मिसाइल हमलों को नाकाम कर दिया था। इस बीच ईरान के सर्वोच्च नेता ने पुलिस और सेना के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में बड़ी बातें कही हैं।
राफा शहर में हुए इजरायली हमले में मारी गई फिलिस्तीनी महिला के गर्भ से जिंदा बच्ची को निकाला गया है। हमले में नवजात बच्ची की मां, पिता और बहन की मौत हो गई है।
इजरायल और ईरान में किसकी मिलिट्री पॉवर ज्यादा है। यह दोनों देशों के सैन्य उपकरणों के तुलनात्मक अध्ययन से समझा जा सकता है। इजरायल और ईरान फिलहाल युद्ध मोड में हैं। अगर दोनों में भीषण जंग हुई तो सबसे ज्यादा नुकसान किसका हो सकता है, ये मिलिट्री आंकड़े उसे भी आपको समझने में मदद करेंगे।
मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ता जा रहा है। इजरायल और ईरान के बाद अब ईराक के मिलिट्री बेस पर जोरदार हमला किया गया है, शक की सूई इजरायल की तरफ घूमती दिख रही है। देखें हमले का वीडियो-
फ्रांस में ईरानी दूतावास के अंदर विस्फोटक और हथियारों के साथ प्रवेश करने के मामले में एक संदिग्ध को हिरासत में ले लिया गया है। यह संदिग्ध ऐसे वक्त पकड़ा गया है, जब इजरायल-ईरान युद्ध को लेकर तनाव चरम पर है।
जी-7 देशों ने इजरायल से अंतरराष्ट्रीय कानून का सम्मान करने को कहा। बयान में कहा गया है कि जी-7 देश रफह में व्यापक सैन्य कार्रवाई का विरोध करते हैं। इटली के विदेश मंत्री एंटोनिया ताजानी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘जी-7 ने तनाव घटाने के लिए काम किया है और आगे भी ऐसा करेगा।
इजरायल पर बीते 14 अप्रैल को हमला करने वाले ईरान की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। इजरायल-ईरान में युद्ध की आशंका बढ़ने के बाद जी-7 देशों ने अब ईरान पर नए प्रतिबंध लगाने की चेतावनी दी है। साथ ही जी-7 ने ईरान को इजरायल से टकराव से बचने की सलाह भी दी है।
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका ने इस तरह इजरायल का साथ निभाया कि बेंजामिन नेतन्याहू भी बाइडेन के मुरीद हो गए। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में मौका था फिलिस्तीन को पूर्ण सदस्यता देने के प्रस्ताव पर वोटिंग का। फिलिस्तीन को यूएनएससी के 15 में से 12 सदस्यों के वोट मिल चुके थे। मगर अमेरिका ने वीटो लगा दिया।
ईरान ने इजराइल के हमलों से बचने के लिए अपने एयर डिफेंस को एक्टिव कर दिया है। इस बीच इजराइली सेना पूरी तर से चुप है और उसने ईरान पर हुए हमले को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की है।
इजराइल ने ईरान पर पलटवार कर दिया है। ईरान की तरफ से किए गए हमलों के बाद इजराइल ने यह कार्रवाई की है। इस्फहान एयरपोर्ट के पास धमकों की आवाज सुनी गई हैं जिसके बाद ईरान ने पश्चिमी हिस्से में अपने एयरस्पेस को आवाजाही के लिए बंद कर दिया है।
इजराइल ने ईरान पर पर अटैक कर दिया। इजराइल ने यह कदम ईरान की तरफ से किए गए हमलों के बाद उठाया है। इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा था कि उनका देश तय करेगा कि उसे क्या करना है।
भारतीय विदेश मंत्रालय के अथक प्रयास के बाद ईरान द्वारा जब्त इजरायली जहाज में सवार 17 भारतीय सदस्यों में से एक महिला की स्वदेश वापसी हो गई है। मालवाहक पोत एमएससी एरीज पर सवार भारतीय चालक दल में शामिल केरल के त्रिशूर की रहने वाली महिला कैडेट ऐन टेस्सा जोसफ को रिहा करा लिया गया है। वह कोचीन पहुंच गई हैं।
इजरायल ने ईरान पर हमले की तैयारी पूरी कर ली है। मगर आखिरी बार पूरी दुनिया को आगाह किया है। इजरायल ने एक्स पर एक पोस्ट के जरिये कहा है कि ईरान को रोकें, इससे पहले कि कहीं देर हो जाए। जाहिर है कि इजरायल ईरान से हमले का बदला लेना चाहता है। मगर वह इसके लिए ईरान पर चुप्पी साधने वाले देशों को भी जिम्मेदार ठहराना चाहता है।
इजराइल ईरान पर हमला करेगा या नहीं इस सवाल का जवाब फिलहाल किसी के पास नहीं है। लेकिन प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जो कहा है उससे साफ है कि इजराइल चुप बैठने वाला नहीं है।
लोकसभा चुनाव 2024 में पीएम मोदी के "अबकी बार 400 पार" वाले नारे को साकार करने के लिए सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि इजरायल की धरती पर भी रणनीति बनाई जा रही है। भाजपा समर्थक एक ग्रुप ने पीएम मोदी को वोट करने को प्रेरित करने के लिए अहम रणनीति तैयार की है।
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