नई दिल्ली: खेल मंत्रालय ने शुक्रवार को भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) पर लगाया गया प्रतिबंध हटा लिया। IOA ने घोटालों के आरोपी सुरेश कलमाड़ी और अभय सिंह चौटाला को अपना अजीवन अध्यक्ष बनाया था। उसके इस फैसले के बाद मंत्रालय ने IOA पर प्रतिबंध लगाया था। IOA ने 27 दिसंबर को हुई अपनी वार्षिक आम बैठक में एक बिल पास कर कलमाड़ी और चौटाला को अपना अजीवन अध्यक्ष नियुक्त किया था। उसके इस फैसले की काफी आलोचना हुई थी।
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इस मामले को लेकर सरकार ने IOA को कारण बताओ नोटिस भी दिया था। नोटिस देने के बाद मंत्रालय ने IOA पर प्रतिबंध लगा दिया था। प्रतिबंध के कारण IOA, सरकार और राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (NOC) से मिलने वाली मदद से वंचित हो गया था। इन सब विवादों के बाद 9 जनवरी को IOA के अध्यक्ष एन. रामचन्द्रन ने खेल मंत्रालय को लिखे पत्र में कहा था कि उसने कलमाड़ी और चौटाला को उनके अजीवन अध्यक्ष बनाने के फैसले को वापस ले लिया है। मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा है, ‘सरकार ने IOA द्वारा अपने अभय सिंह चौटाला और सुरेश कलमाड़ी को अजवीन अध्यक्ष बनाए जाने के फैसले में सुधार करने के बाद उस पर लगाए गए प्रतिबंध को तत्काल प्रभाव से वापस लेने का फैसला किया है।’
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बयान में कहा, ‘हाल ही में हुए बदलावों को देखने के बाद खेल के विकास और इसे देश में बढ़ावा देने के लिए उद्देश्य से खेल मंत्री ने 30.12.2016 को IOA पर लगाए गए प्रतिबंध को वापस ले लेने का फैसला किया है।’ कलमाड़ी और चौटाला दोनों ही IOA के अध्यक्ष रह चुके हैं। कलमाड़ी 1996 से 2011 तक इस पद पर रहे थे तो चौटाला ने 2012 से 2014 तक यह पद संभाला था। कलमाड़ी पर दिल्ली में 2010 में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में घोटालों का आरोप है वहीं चौटाला पर कई आपाराधिक मुकदमें चल रहे हैं।