चंडीगढ़: रियो खेलों की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक ने आज यहां कहा कि उनके लिये कुश्ती पूजा करने जैसा है। साक्षी ने पिछले साल रियो ओलंपिक खेलों में पदक जीतकर इतिहास रचा था। वह यह कारनामा करने वाली भारत की पहली महिला पहलवान हैं।
साक्षी ने अंतरराष्ट्रीय विश्व कुश्ती दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम से इतर पीटीआई से कहा, मैं दो बार ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली महिला पहलवान बनना चाहती हूं।
उन्होंने कहा, मेरे लिये कुश्ती पूजा करने जैसा है। मैं आज कुछ भी हूं वह इस खेल की वजह से हूं जिसने मुझे सिखाया कि सफलता के लिये कोई शार्टकट नहीं होता है। मेरा अभ्यास चल रहा है। मैं आगे भी सुधार करने की कोशिश करूंगी क्योंकि आप सीखना कभी बंद नहीं करते।
साक्षी की पिछले महीने शादी हुई थी। उन्होंने कहा कि विवाह के बाद भी कुछ नहीं बदला है और उन्होंने कुश्ती जारी रखी है। उन्होंने कहा, यह आपकी मानसिकता पर निर्भर करता है। कई विदेशी पहलवान भी विवाहित है। उनके बच्चे हैं और वे अब भी पदक जीत रही हैं।