लंदन: टेनिस की दुनिया के दिग्गज खिलाड़ी रोजर फेडरर ने कहा है कि उन्होंने ब्राजील में फैले जीका वायरस के कारण कभी भी ओलम्पिक में नहीं खेलने को लेकर दोबारा नहीं सोचा। उन्होंने कहा कि वह बिना किसी डर के ओलम्पिक में खेलेंगे। गोल्फ की दुनिया के नंबर-4 खिलाड़ी रोरी मैक्लोरी के अलावा आस्ट्रेलिया के एडम स्कॉट, अमेरिका के साइकिल चालक तीजे वान गार्डेरेन ने जीका के डर से ओलम्पिक में न खेलने का फैसला किया है।
मच्छर के कारण होने वाले इस वायरस से नवजात शिशु को दिमागी बीमारी का डर रहता है।
समाचार एजेंसी ने फेडरर के हवाले से लिखा है, "जिन खिलाड़ियों ने ओलम्पिक में हिस्सा न लेने का फैसला किया है तो यह उनका व्यक्तिगत फैसला है, लेकिन मैं कभी अपने फैसले पर दोबारा नहीं सोचूंगा।"
फेडरर ने यह बात शनिवार को विंबलडन शुरू होने से पहले ऑल इंग्लैंड टेनिस क्लब में कही।
उन्होंने कहा, "मैंने कभी अपने फैसले पर दोबारा विचार नहीं किया। मैं जानता हूं कि मैं खेलूंगा। मैं वहां पहुंचने के लिए सब कुछ करुं गा। मेरे लिए यह बड़ी बात है।"
2008 बीजिंग ओलम्पिक में युगल मुकाबलों में स्वर्ण पदक और 2012 लंदन ओलम्पिक में एकल मुकाबलों में रजत पदक जीतने वाले फेडरर ने कहा कि खेल हमेशा उनकी प्राथमिकताओं में रहता है।
उन्होंने कहा, "मैं अपने शरीर पर मच्छरों की दवा लगा लूंगा। मैं सावधानी बरतूंगा, मुझे ऐसा करना होगा।"