नई दिल्ली: इंग्लैंड के खिलाफ अपनी कप्तानी में पहली ही टी20 सीरीज जीत कर विराट कोहली की खुशी का ठिकाना नहीं था, लेकिन मैच खत्म होने के बाद जब विराट कोहली प्रेस कांफ्रेस में पत्रकारों को संबोधित करने पहुंचे तो उन्हें कुछ असहज सवालों का सामना करना पड़ा। एक पत्रकार ने कोहली से बतौर ओपनर नाकाम रहने पर सवाल किया तो कोहली ने अपने अंदाज में उसका जवाब भी दिया।
कोहली ने कहा, 'मैंने आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बंगलूरू के लिए बतौर ओपनर बैटिंग की थी। चार शतक जमाए थे। तब किसी ने कुछ नहीं बोला। अब मैच में रन नहीं बनाए तो तो समस्या हो गई। अब मैंने दो पारियों में रन नहीं बनाए तो सवाल उठने लगे। दूसरों पर भी फोकस करो। टीम में 10 और खिलाड़ी हैं। यदि मैं ही सबकुछ करूंगा तो बाकी क्या करेंगे।'
दरअसल, विराट कोहली टेस्ट और वनडे सीरीज में अपने दमदार फॉर्म को टी-20 सीरीज में जारी नहीं रख पाए। तीन मैचों में इंग्लैंड के खिलाफ कोहली ने केवल 52 रन बनाए।
कोहली ने कहा, 'मैं सीरीज जीतकर बेहद खुश हूं। मुझे बतौर ओपनर बल्लेबाज फ्लॉप होने का कोई गम नहीं है। यदि मैंने दो मैचों में 70 रन बनाए होते तो कोई भी इस तरह का सवाल नहीं करता। इसलिए सीरीज जीतने का जश्न मनाओ। यह हमारे लिए यादगार जीत है।'
इंग्लैंड के खिलाफ यादगार प्रदर्शन करने वाले अंतर्राष्ट्रीय टी-20 में युजवेंद्र किसी एक पारी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले गेंदबाज बन गए। इस मामले में वह दुनिया में तीसरे स्थान पर रहे। उनसे आगे सिर्फ श्रीलंका के अजंता मेंडिस ही हैं।
अंतर्राष्ट्रीय टी-20 में किसी एक पारी में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी का रिकॉर्ड अजंता मेंडिस के नाम है, जो उन्होंने दो बार किया है। मेंडिस ने सितंबर, 2012 में जिम्बाब्वे के खिलाफ आठ रन देकर छह विकेट लिए थे। इससे पहले अगस्त, 2011 में मेंडिस ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ 16 रन देकर छह विकेट लिए थे।