इंग्लैंड के ओपनर 19 वर्षीय हसीब हमीद का कहना है कि जब उन्हें पता चला कि चोट की वजह से बीच सिरीज़ में उन्हें वापस लौटना होगा तो उनका दिल ही टूट गया था और तब ही उन्होंने मोहाली में उनके हीरो विराट कोहली से मिलने का निश्चय किया।
हमीद इंग्लैंड में अंगुली का ऑपरेशन करवाकर वापस भारत लौट आए हैं और मुंबई में दर्शक की तरह चौथा टेस्ट देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि चोट की गंभीरता का पता चलने पर उर पर मानो पहाड़ टूट पड़ा। उन्होंने कोच से मिन्नत की उन्हें पैन किलर दवाओं के साथ खेलने दिया जाय।
हसीब का दुख तब बहुत कम हो गया जब वह ड्रेसिंग रुम में कोहली से मिले। उन्होंने कहा, "मैं अपने साथ मोईन अली को ले गया था। जब मुझे पता चला कि मैं वापस लौट रहा हूं, मैंने मज़ाक में कहा, चलो कोहली को पकड़ने की कोशिश करते हैं। वह (कोहली) इस समय विश्व क्रिकेट में सबसे लोकप्रिय क्रिकेटर हैं। मैं ये मौक़ा खोना नहीं चाहता था। कुछ ही देर में वह ड्रेसिंग रुम से बाहर आ गए। वह कमाल के व्यक्ति हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें कभी भी मेरी मदद करने में ख़ुशी होगी।''
ईएसपीएन क्रिक इन्फो के अनुसार हसीब ने कहा, "मैं ये जानने की कोशिश कर रहा था कि वह कैसे क्या करते हैं, क्या सोचते हैं क्योंकि इन्हीं वजहों से वह दूसरों खिलाड़ियों से अलग नज़र आते हैं। उनके चेहरे के भाव देखकर मैं बता सकता था कि उन्हें सिर्फ अपने काम से मतलब था और वह मैदान में गए और रन बनाए।''
हसीब ने कहा कि कोहली बेहद ईमानदार खुले दिल के इंसान हैं। काफी लोगों को वे मैदान में आक्रामक और अभिमानी लगते हैं लेकिन लेकिन मुझे लगता है कि ऐसा इसलिए लगता है कि क्योंकि उन्हें क्रिकेट का जुनून है और वह जीतना चाहते हैं। मैंने मैदान के बाहर उन्हें बहुत विनम्र पाया, मैं उनका बहुत आभारी हूं।''
कोहली हसीब के बैटिंग से बहुत प्रभावित हैं। हसीब ने विशाखापत्तनम में 50 ओवर बैटिंग की थी और फिर चोट के बावजूद मोहाली में आठवें नंबर पर आकर बैटिंग की और नाबाद 59 रन बनाए।
हसीब ने कहा कि वह अपने परिवार के बेहद करीब है जो उनके साथ यहां आई हुई है।