नई दिल्ली: क्या आपने कभी ऐसे मैच के बारे में कल्पना की है जिसमें एक टीम पूरे 17 ओवर खेले और सिर्फ 2 रन ही बना पाए? हो सकता है आप इसे एक मजाक समझें, लेकिन क्रिकेट के इतिहास में ऐसा अद्भुत मैच भारत की धरती पर ही खेला गया, और यह BCCI का ही एक टूर्नामेंट था। जी हां, BCCI के विमेंस अंडर-19 वनडे लीग और नॉकआउट टूर्नामेंट में नागालैंड की महिला क्रिकेट टीम 17 ओवरों में सिर्फ 2 रन ही बना पाई। कहानी सिर्फ यहीं खत्म नहीं होती, क्योंकि टीम के ये 2 रन भी ऑलआउट होकर ही बने।
नागालैंड की अंडर-19 महिला टीम यह मैच केरल की अंडर-19 महिला टीम के खिलाफ खेल रही थी। यह मुकाबला जेकेसी कॉलेज ग्राउंड, गुंटूर में खेला गया। नागालैंड की टीम के इन 2 रनों में से एक रन टीम की ओपनिंग बल्लेबाज मेनका ने बनाया था, और बाकी का एक रन वाइड से बना था। इस तरह टीम की बल्लेबाजों ने एक भी रन नहीं बनाया। नागालैंड की 9 खिलाड़ी बगैर खाता खोले ही आउट हो गईं, जबकि एक शून्य पर नॉटआउट रहीं। ओपनर बल्लेबाज मेनका ने भी एक रन बनाने के लिए कुल 18 गेंदें खेली थीं। केरल की ओर से अलीना सुरेंद्रन ही इकलौती गेंदबाज रहीं, जिन्हें कोई विकेट नहीं मिल पाया।
इस मैच में 4 गेंदबाज ऐसी रहीं जिन्होंने एक भी रन नहीं दिया। वहीं केरल की टीम की तरफ से 17 में से 16 मेडन ओवर फेंके गए। मिन्नु मनी ने केरल की तरफ से 4 ओवर में बगैर कोई रन दिए सबसे ज्यादा 4 विकेट लिए। केरल ने इसके बाद जीत के लिए जरूरी 3 रन एक गेंद पर ही बना लिए। नागालैंड की तरफ से गेंदबाजी करने आई दीपिका कैंतुरा ने पहली गेंद वाइड डाल दी, जबकि इसके बाद दूसरी गेंद (पहली वैध गेंद) पर केरल की बल्लेबाज अंशु ने चौका लगा दिया। अंशु के इस शॉट के साथ ही क्रिकेट के इतिहास के सबसे अजीबोगरीब में से एक मैच का अंत हो गया।